पिछड़ों के वोट पर सबकी नजर पर उनके विकास की परवाह नहीं : राजभर

punjabkesari.in Wednesday, Sep 26, 2018 - 06:44 PM (IST)

मुरादाबादः सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में कबीना मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियों को 54 फीसदी पिछड़ों के वोट चाहिए लेकिन उनकी शिक्षा एवं रोजगार पर कोई सोचने को तैयार नहीं है। राजभर कहा कि जब सिलेंडर 300 रुपये का था तब भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के बड़े नेता सिलेंडर लेकर धरना देते थे, लेकिन आज 800 का गैस सिलेंडर होने पर भी कोई धरना देता नजर नहीं आ रहा है। भाजपा सत्ता से बाहर थी तो रोजमर्रा की जरुरतों की महंगाई को लेकर पार्टी के नेता धरना प्रदर्शन करते थे लेकिन अब वही चुप्पी साधे हुए हैं। 

उन्होंने कहा कि राजनैतिक पार्टियां सत्ता से बाहर रहती हैं, तभी उन्हें गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, अशिक्षा सब कुछ नजर आता है, लेकिन जब सत्ता में होती हैं तो वह सब कुछ भूल जाती हैं। उन्होंंने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय भाजपा नेता गले में सब्जी,प्याज की माला और गैस सिलेंडर के साथ कचहरी पर धरना देते थे लेकिन आज कोई भी धरना देता नजर नहीं आ रहा है। कबीना मंत्री ने कहा कि धन्ना सेठों के दबाव के चलते डीजल-पैट्रोल पर जीएसटी लागू नहीं किया गया है। जीएसटी लागू होते ही लगभग पचास प्रतिशत डीजल-पैट्रोल के दामों में कमी आ जाएगी। 

राजभर ने भाजपा के साथ साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि यदि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ताल ठोंकने की तैयारी कर रहीं है तो यह उनका दिवास्वप्न्न है। कांग्रेस ने अगर दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यंको के साथ न्याय किया होता तो आज उसकी यह दुर्गति नहीं होती। समाजवादी पार्टी में चलें आ रहे घमासान पर उन्होंने कहा कि महाभारत काल से हमेशा यहीं देखने में आया है कि पिता हमेशा अपने पुत्र के साथ होता है और पुत्र मोह में वह चाचा, भाई सबको छोड़ देता है।  

पिछड़े वर्ग को लेकर राजनीतिक पार्टियों में चल रहीं खीचतान पर उन्होंने कहा कि भाजपा कल तक खुद को जातिवादी पार्टी कहने से बचती थी, लेकिन आज लखनऊ में गुर्जर आदि अगडी-पिछडी जातियों के सम्मेलन कराए जा रहें हैं। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों को 54 फीसदी पिछड़ों के वोट चाहिए लेकिन उनकी शिक्षा रोजगार पर कोई सोचने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी समेत सभी प्रमुख राजनीतिक दल जाति-बिरादरी की राजनीति कर रहे हैं।  

देश में मंदिर मस्जिद की राजनीति के सवाल पर राजभार ने कहा कि कल तक हिंदुओ के अपने होने का दावा करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब मस्जिद में जाकर सबको अपना कहने लगे तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मन्दिरों में ज्यादा सक्रिय होकर जाने लगे हैं।  कैबिनेट मंत्री राजभर ने कहा कि चाहे जो दल हो सत्ता से बाहर रहने पर उन्हें जनता की समस्याओं की चिंता सताती है और वहीं दल सत्ता में आने पर गिरगिट की तरह रंग बदल लेता है। एससी एसटी एक्ट बिल 131 सांसदों के दबाव के चलते बनाया गया है। 


 

Ruby