कहीं यहां ना हो जाए बागपत जैसा नाव हादसा, आंखे मूद सो रहा प्रशासन

punjabkesari.in Tuesday, Sep 19, 2017 - 11:32 AM (IST)

सहारनपुरः बागपत जिले के काठा गांव में बीते दिन हुए नाव हादसे के बाद प्रशासन की नींद अभी तक नहीं खुली। जिसकी बानगी सहारनपुर में देखने को मिली है। जहां पर बिना किसी व्यवस्था के लोगों द्वारा यमुना नदी पार की जा रही है, लेकिन प्रशासन आंखे मूद कर सोया हुआ है।

जानकारी के अनुसार मामला तहसील बेहट इलाके की यमुना नदी के गांव बरथा और आल्हनपुर घाट का है। जहां यमुना नदी में बिना अनुमति के नावों का संचालन किया जा रहा है। यमुना नदी उफान पर है और हर रोज हजारों लोग इन नाव में सवार होकर नदी पार हरियाणा आते जाते है। यमुना नदी में तैरती इन नाव की क्षमता 10-12 यात्रियों की है लेकिन नाविक 25 से 30 यात्रियों के साथ 8-10 मोटर साइकिलें भी लाद लेते हैं। ऐसे में अगर नाव का बैलेंस बिगड़ जाए तो बड़ा हादसा कभी भी हो सकता है। 

हैरानी की बात तो यह है कि नदी में बिना अनुमति के नाव चलाई जा रही हैं। नाविक नाव में ना सिर्फ नाव की क्षमता से ज्यादा लोगों को नदी पार करा रहे हैं बल्कि मोटर साइकिल और अन्य वाहनों को भी नदी के पार छोड़ रहे हैं। न तो यहां किसी हादसे से बचने के लिए कोई सुरक्षा के इंतजाम है और ना ही नदी पार करने वाले यात्रियों को दिए जाने वाला टिकट। बिना अनुमति के चल रही नाव से एक ओर जहां राजस्व को नुकसान हो रहा है वहीं यात्रियों की जान का ख़तरा भी बना हुआ है।

बता दें कि नियमानुसार नाव चलाने के लिए शासन प्रशासन की ओर से घाटों का ठेका छोड़ा जाता है। जिसके बाद नदी में नाव चलाने की अनुमति प्रदान की जाती है। इन नाव का संचालन कई सालों से हो रहा है और जिला प्रशासन बागपत जैसे नाव हादसे का इंतजार कर रहा है। शायद यही वजह है कि कोई भी अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहा।