बहराइच आउट ऑफ कंट्रोल: STF चीफ अमिताभ यश ने खुद हाथ में पिस्टल लेकर भीड़ को दौड़ाया, CM योगी ने दिया आदेश
punjabkesari.in Monday, Oct 14, 2024 - 01:56 PM (IST)
बहराइच हिंसा: यूपी के बहराइच में हुए हिंसा का मामला और बिगड़ता जा रहा है। हिंसा आउट ऑफ कंट्रोल होते देख मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा कदम उठाते हुए ADG (कानून व्यवस्था) और STF चीफ अमिताभ यश को बहराइच भेज दिया है। जिसके बाद हिंसा को रोकने के रोकने के लिए अमिताभ यश ने खुद पिस्टल लेकर मौके पर उपस्थित है। एक वायरल वीडियो में देखा जा रहा है कि भीड़ को भगाने के लिए STF चीफ पिस्टल लेकर दौड़ रहे हैं।
लखनऊ में अधिकारियों के साथ योगी की बैठक
लखनऊ में पुलिस प्रशासन के बड़े अधिकारियों के साथ बैठक की थी और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच में बिगड़ते हालात के मद्देनजर बड़ा कदम उठाते हुए ADG (कानून व्यवस्था) और STF चीफ अमिताभ यश को तुरंत बहराइच जाने के आदेश दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश मिलते ही राज्य के बड़े अधिकारी बहराइच पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि होम सेक्रेटरी संजीव गुप्ता और ADG (कानून व्यवस्था) और STF चीफ अमिताभ यश बहराइच आ चुके हैं। सूत्र बता रहे हैं कि उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार भी बहराइच पहुंच सकते हैं। उसके पहले डीजीपी ने बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला से फोन पर बात की है और हालातों के बारे में जानकारी ली।
घटना में 22 साल युवक की मौत
बता दें कि बहराइच जिले में रविवार को मूर्ति विसर्जन के बाद हुई हिंसा में 22 वर्षीय एक युवक राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई। उसके अंतिम संस्कार के दौरान फिर से हिंसा हो गई है, जिसमें भीड़ ने कई बाइक और बाइक एजेंसी और एक अस्पताल को आग के हवाले कर दिया है। फिर से हिंसा होना पुलिस प्रशासन की एक नाकामी के रूप में देखा जा रहा है। क्योंकि आगजनी होने के बाद भी आग पर काबू पाने का पुलिस के द्वारा कोई प्रयास नहीं किया गया। वहीं बिगड़ते हालात को देखते हुए पूरे जिले में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
बता दें कि इस हिंसा में जान गंवाने वाले रामगोपाल मिश्रा का पोस्टमार्टम सुबह साढ़े तीन बजे के बाद शुरू हुआ। पोस्टमार्टम सुबह सात बजे पूरा हुआ। इसके बाद शव उनके घर की तरफ रवाना किया गया। मृतक का शव उसके घर पहुंच चुका है। हजारों की भीड़ जमा हुई है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। भारी पुलिस बल भी तैनात है।
हिंसा में 12 से ज्यादा लोग हुए घायल
बता दें कि यह मामला जिले के हरदी थाना क्षेत्र के महाराजगंज बाजार का है, जहां पर बाजार निवासी अब्दुल हमीद के घर के सामने से निकल रहे जुलूस में लोग जयकारा लगा रहे थे। इसी दौरान मूर्तियों पर लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव के बीच ही उपद्रवियों ने गोली चला दी। गोली लगने से रेहुआ मंसूर गांव निवासी राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई। वहीं, हिंसा के दौरान सुधाकर तिवारी (45), सत्यवान (40), अखिलेश वाजपेयी (55) विनोद मिश्रा (60), लाल विश्वकर्मा (55) समेत 12 से अधिक लोग घायल हो गए। अधिकांश लोग निजी अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। मृतक का शव घर पहुंच गया है।
क्षेत्र में अघोषित कर्फ्यू के हालात
घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। देर रात तक प्रदर्शन और जगह-जगह आगजनी होती रही। आज मृतक का शव घर पहुंचा, इस दौरान भारी भीड़ जमा हो गई। पुलिस और कुछ लोगों में बहस भी हुई। पुलिस का बंदोबस्त मौजूद है। इस घटना के बाद क्षेत्र में अभी भी तनाव व्याप्त है। महराजगंज और महसी इलाके के निजी स्कूलों में छुट्टी कर दी गई।