Loksabha Election 2019: एक नजर बांसगांव लोकसभा सीट पर

punjabkesari.in Thursday, May 16, 2019 - 06:04 PM (IST)

गोरखपुर जिले के अंतर्गत आने वाली दूसरी लोकसभा सीट बांसगांव है। यह सीट 1962 में अस्तित्व में आई। 80 लोकसभा सीटों में बांसगांव सीट संख्या 67 है। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरिक्षत भी है। इस सीट पर श्रीनेत राजपूतों का दबदबा है, लेकिन दलितों के बड़े नेताओं में शुमार महावीर प्रसाद यहीं से 4 बार चुनाव जीते। महावीर प्रसाद का नाम प्रदेश के बड़े नेताओं में शामिल किया जाता है।

अगर बात करें इस सीट के लोकसभा इतिहास की तो यहां अब तक 14 बार लोकसभा चुनाव हुए हैं। पहली बार 1962 में इस सीट पर चुनाव हुए। जिसमें कांग्रेस नेता महादेव प्रसाद चुनाव जीते। 1967 के चुनाव में एसएसपी के टिकट पर मोलाहू यहां से सांसद बने। 1971 के चुनाव में कांग्रेस के रामसूरत यहां से सांसद बने। 1977 भारतीय लोकदल के फिरंगी प्रसाद यहां से सांसद बने। 1980 के चुनाव में महावीर प्रसाद एक बार फिर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते। 1984 के चुनाव में महावीर प्रसाद तीसरी बार सांसद बने। 1989 के चुनाव में महावीर प्रसाद चौथी बार सांसद चुने गए। 1991 के चुनाव में यहां बीजेपी ने एंट्री मारी और राजनारायण यहां से सांसद बने। 1996 के चुनाव में समाजवादी पार्टी की सुभ्रावति देवी यहां से चुनाव जीती। 1998 और 1999 के चुनाव में बीजेपी के राजनारायण सांसद बने। 2004 के चुनाव में महावीर प्रसाद चौथी बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते। 2009 और 2014 के चुनाव में बीजेपी के कमलेश पासवान सांसद बने।

2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने कमलेश पासवान को ही चुनावी मैदान में उतारा है और गठबंधन के खाते से बसपा के पास गई इस सीट पर सदल प्रसाद लड़ रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने इस सीट पर कुश सौरभ को मैदान में उतारा था, लेकिन कुश का पर्चा खारिज हो गया। जिससे कमलेश के सामने शिवपाल की पार्टी प्रगति शील से सुरेंद्र प्रसाद भारती और बसपा के सदल से कड़ा मुकाबला है।

बांसगांव में आती हैं 5 विधानसभा सीटें:-

इस लोकसभा सीट के अंतर्गत 5 विधानसभा सीटें आती है। जिनमें 2 सीटें देवरिया जिले से ली गई हैं और तीन सीटें गोरखपुर जिले से देवरिया जिले के अंतर्गत आने वाली सीटें रूद्रपुर और बरहज है। वहीं चौरीचौरा, बांसगांव और चिल्लूपार सीटें गोरखपुर में आती है।

2017 के विधानसभा चुनाव में इन 5 में से 4 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। एक सीट बीएसपी के पास है।

जानिए, बांसगांव से कितने मतदाता करेंगे मत का प्रयोग:-

2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में महाराजगंज सीट पर कुल 17 लाख 27 वोटर 798 अपने मत का प्रयोग करेंगे। जिनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 47हज़ार 139 है। जबकि महिला वोटरों की संख्या 7 लाख 80 हज़ार 564 है। वहीं ट्रांस जेंडर वोटरों की संख्या 95 है।

2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के कमलेश पासवान जीते:-

2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के कमलेश पासवान दूसरी बार यहां से सांसद बने। कमलेश को कुल 4 लाथ 17 हज़ार 959 वोट मिले। जबकि दूसरे नंबर पर बसपा के सदल प्रसाद रहे। सदल को कुल 2 लाख 28 हज़ार 443 वोट मिले। तीसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी के गोरख प्रसाद पासवान रहे। गोरखप्रसाद को कुल 1 लाख 22 हज़ार 675 वोट मिले।

2009 के लोकसभा चुनाव में भी कमलेश पासवान ही जीते:-

2009 के लोकसभा चुनाव युवा नेता कमलेश पासवान यहां से सांसद बने। इस चुनाव में कमलेश को कुल 2 लाख 23 हज़ार 11 वोट मिले। दसरे नंबर पर बसपा के श्रीनाथ जी रहे। श्रीनाथ को कुल 1 लाख 70 हज़ार 224 वोट मिले। तीसरे नंबर पर सपा के शारदा द्विवेदी रहे..शारदा को इस चुनाव में कुल 1 लाख 13 हज़ार 170 वोट मिले।

2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के महावीर प्रसाद ने मारी बाजी:-

2004 के लोकसभा चुनाव कांग्रेस के महावीर प्रसाद यहां से चौथी बार सांसद चुने गए। इस चुनाव में महावीर प्रसाद को कुल 1 लाख 80 हज़ार 388 वोट मिले। दूसरे नंबर पर बसपा के सदल प्रसाद रहे...सदल प्रसाद को कुल 1 लाख 63 हज़ार 947 वोट मिले। वहीं तीसरे नंबर पर सपा से सभापति पासवान रहे। सभापति को कुल 1 लाख 35 हज़ार 501 वोट मिले।

Tamanna Bhardwaj