Barabanki: ओवैसी की सभा में राष्ट्र ध्वज का अपमान, पुलिस ने दर्ज किया एक और केस

punjabkesari.in Saturday, Sep 11, 2021 - 12:28 PM (IST)

बाराबंकी: एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। गुरुवार को बाराबंकी में की गई जनसभा उन्हें लगातार विवादों में फंसा रही है। अब ओवैसी और उनके इवेंट ऑर्गेनाइजर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। क्योंकि उनकी तरफ से राष्ट्रीय ध्वज का अपमान हुआ है। उनकी जनसभा में मंच पर तिरंगा फहराने के बजाय लपेटा गया था। जो राष्ट्र ध्वज का अपमान है।

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मोदी व योगी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने का भी आरोप
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी व आयोजक मंडल के खिलाफ गुरुवार की रात नगर कोतवाली में मुकदमा कराया गया था। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फोटो का संज्ञान लेकर पुलिस अब इसमें राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम (1971) की धारा-दो को भी बढ़ा दिया गया है। सिटी पुलिस चौकी प्रभारी हरिशंकर साहू की तहरीर पर बिना अनुमति के जनसभा करने व धार्मिक भावनाओं को भड़काने, धारा 144 व कोविड-19 एवं महामारी अधिनियम के तहत ओवैसी पर नगर कोवताली में गुरुवार को मुकदमा दर्ज किया गया था। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने का भी आरोप था।

राष्ट्र ध्वज के अपमान में 3 साल के कारावास का प्रविधान
शुक्रवार को जनसभा के दूसरे दिन सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हुई। जिसमें पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में राष्ट्र ध्वज एक खंभे में लिपटा हुआ था। उसी के पास ओवैसी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। नगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अमर सिंह ने बताया कि अब मुकदमे में राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम (1971) की धारा-दो को भी बढ़ा दिया गया है। बता दें कि राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम की धारा दो के तहत दोषी पाए जाने पर तीन साल के कारावास का प्रविधान है।

भाजपा विधायक ने अपर मुख्य सचिव गृह से की लिखित शिकायत
बाराबंकी के दरियाबाद विधानसभा सीट से भाजपा विधायक सतीश चंद्र शर्मा ने जनसभा को लेकर ओवैसी और कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ एफआईआर किए जाने की मांग अपर मुख्य सचिव गृह से पत्र लिखकर की थी। उसकी कॉपी डीएम व एसपी को भी भेजी थी। विधायक ने अपर मुख्य सचिव को भेजे पत्र में लिखा है कि बाराबंकी के कटरा मोहल्ले में बिना अनुमति के मीटिंग कर ओवैसी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर रामसनेही घाट में 100 साल पुरानी मस्जिद शहीद कराने का आरोप लगाया है, जो निंदनीय और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला है, जबकि अवैध ढांचे को संवैधानिक प्रक्रिया के तहत गिराया गया है। इसके अलावा ओवैसी की सभा में राष्ट्र ध्वज का भी अपमान हुआ है। इसलिए इनपर सख्त कार्रवाई की जाए।


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Umakant yadav

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