Loksabha Election 2019: एक नजर बाराबंकी लोकसभा सीट पर

punjabkesari.in Sunday, May 05, 2019 - 01:43 PM (IST)

राजधानी वखनऊ से सटी हुई बाराबंकी सीट काफी अहम है। हर दल की नजर इस सीट पर रहती है। यह सीट सुरक्षित होने के कारण काफी महत्वपूर्ण हो जाती है। बात करें इस सीट के इतिहास की तो इस सीट पर अब तक 17 बार चुनाव हुए हैं। कांग्रेस ने इस सीट से 5 बार जीत दर्ज की है। समाजवादी पार्टी को इस सीट से 4 बार सफलता मिली है। 2 बार बीजेपी और 1 बार बसपा ने इस सीट से जीत दर्ज की है। 1952 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के मोहनलाल सक्सेना ने जीत दर्ज की थी। 1957 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी राम सेवक ने जीत दर्ज की। वहीं 1962 के लोकसभा चुनाव में रामसेवक सोशलिस्ट पार्टी से सांसद बने। वहीं 1971 के चुनाव में भी रामसेवक यादव ही यहां से एसएसपी पार्टी से सांसद बने। लेकिन 1971 के चुनाव में कांग्रेस ने इस सीट पर दुबारा वापसी की और कांग्रेस उम्मीदवार कुंवर रूद्र प्रताप यहां से सांसद बने।

1977 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल के रामकिंकर यहां से सांसद बने। 1980 के लोकसभा चुनाव में भी राम किंकर ने चुनाव जीता। 1984 में एक बार फिर कांग्रेस यहां से चुनाव जीत पाई और कमला प्रसाद सांसद बने। अगले चुनाव में यानी कि 1989 में राम सागर जनता दल में शामिल हो गए और यहां से सांसद बने। 1991 में रामसागर जनता पार्टी से चुनाव लड़कर संसद पहुंचे। रामसागर लगातार पार्टी बदलते रहे और चुनाव जीतते रहे। 1996 के चुनाव में रामसागर सपा के बैनर तले चुनाव लड़े और संसद पहुंचे, लेकिन 1998 में बीजेपी के बैद्दनाथ रावत ने रामसागर का रथ रोक दिया और बीजेपी का इस सीट पर खाता खोला, लेकिन अगले ही साल 1999 में हुए चुनाव में रामसागर एक बार फिर सपा के खाते से सांसद बने और 2004 तक सांसद बने रहे।

2004 के चुनाव में बीएसपी के कमला प्रसाद ने रामसागर को चुनाव हरा दिया और बसपा का इस सीट पर खाता खोला। वहीं 2009 के चुनाव में कांग्रेस ने पीएल पुनिया पर दांव खेला। पुनिया चुनाव जीत गए, लेकिन 2014 के लहर में पुनिया चुनाव हार गए। बीजेपी प्रत्याशी प्रियंका सिंह रावत ने पुनिया को हराकर इस सीट पर कब्जा किया। इस चुनाव में बीजेपी ने उपेंद्र रावत को मैदान में उतारा है। तो कांग्रेस ने पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया को मैदान में उतारा है। वहीं गठबंधन से रामसागर रावत एक बार फिर मैदान में हैं।

बाराबंकी में 5 विधानसभा सीटें

इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 5 विधानसभा सीटें आती हैं। कुर्सी, जैदपुर, रामनगर, हैदरगढ़ और बाराबंकी सीटें शामिल हैं। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कुर्सी, जैदपुर, रामनगर और हैदरगढ़ सीट पर जीत दर्ज की, जबकि बाराबंकी सीट पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ने जीत हासिल की। वहीं बसपा और कांग्रेस को यहां मुंह की खानी पड़ी।

एक नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर

2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बाराबंकी सीट पर 18 लाख 4 हज़ार 985 वोटर अपने मत का प्रयोग करेंगे। जिनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 64 हज़ार 188 है और महिला मतदाताओं की संख्या 8 लाख 4 हज़ार 736 है। वहीं ट्रांस जेंडर मतदाताओं की संख्या 61 है।

एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी की प्रियंका रावत ने कांग्रेस के पीएल पुनिया को चुनाव हराया था। प्रियंका रावत को कुल 4 लाख 54 हज़ार 214 वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस के पीएल पुनिया को कुल 2 लाख 42 हज़ार 336 वोट मिले थे। जबकि तीसरे नंबर पर बसपा के कमला प्रसाद रावत रहे..कमला को कुल 1 लाख 67 हज़ार 150 वोट मिले।

एक नजर 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

2009 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रस पार्टी के उम्मीदवार पीएल पुनिया ने राम सागर रावत को हराया। पुनिया को इस चुनाव में कुल 3 लाख 28 हज़ार 418 वोट मिले। जबकि सपा के रामसागर को 1 लाख 60 हज़ार 505 वोट मिले। वहीं तीसरे नंबर पर बसपा के कमला प्रसाद रावत रहे। कमला को कुल 1 लाख 59 हज़ार 837 वोट मिले।

एक नजर 2004 के लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

साल 2004 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के कमला प्रसाद रावत चुनाव जीते। कमला प्रसाद रावत को कुल 1 लाख 96 हज़ार 370 वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर सपा के रामसागर रावत रहे। 1 लाख 75 हज़ार 448 वोट मिले। तीसरे नंबर पर बीजेपी के राम नरेश रावत रहे। राम नरेश को कुल 1 लाख 15 हज़ार 994 वोट मिले।

Tamanna Bhardwaj