बसंत पंचमी Special: जानिए क्यों की जाती है इस दिन मां सरस्वती की पूजा

punjabkesari.in Monday, Jan 22, 2018 - 02:21 PM (IST)

लखनऊः बसंत पंचमी या श्रीपंचमी एक हिन्दू त्योहार है। इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। यह पूजा पूर्वी भारत, पश्चिमोत्तर बांग्लादेश, नेपाल और कई राष्ट्रों में बड़े उल्लास से मनाई जाती है। इस दिन स्त्रियां पीले वस्त्र धारण करती हैं।

बसंत ऋतु आते ही प्रकृति का कण-कण खिल उठता है। मानव तो क्या पशु-पक्षी तक उल्लास से भर जाते हैं। हर दिन नई उमंग से सूर्योदय होता है और नई चेतना प्रदान कर अगले दिन फिर आने का आश्वासन देकर चला जाता है।

क्यों मनाया जाता है इस दिन बसंत पंचमी का त्योहार
यूं तो माघ का यह पूरा मास ही उत्साह देने वाला है, पर बसंत पंचमी (माघ शुक्ल 5) का पर्व भारतीय जनजीवन को अनेक तरह से प्रभावित करता है। प्राचीनकाल से इसे ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती का जन्मदिवस माना जाता है। जो शिक्षाविद भारत और भारतीयता से प्रेम करते हैं, वे इस दिन मां शारदे की पूजा कर उनसे और अधिक ज्ञानवान होने की प्रार्थना करते हैं। 

कलाकार करते हैं सरस्वती की वंदना 
वहीं कलाकारों का मानना का कहना है कि जो महत्व सैनिकों के लिए अपने शस्त्रों और विजयादशमी का है, जो विद्वानों के लिए अपनी पुस्तकों और व्यास पूर्णिमा का है, जो व्यापारियों के लिए अपने तराजू, बाट, बहीखातों और दीपावली का है, वही महत्व कलाकारों के लिए बसंत पंचमी का है। चाहे वे कवि हों या लेखक, गायक हों या वादक, नाटककार हों या नृत्यकार, सब दिन का प्रारम्भ अपने उपकरणों की पूजा और मां सरस्वती की वंदना से करते हैं।
इस दिन उड़ाई जाती है पतंग
बसंत पंचमी में पतंग उड़ाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। कभी रीति-रिवाज, परंपरा और त्योहार के रूप में उड़ाए जाने वाली पतंग आज मनोरंजन का पर्याय बन चुकी है। युवा वर्ग सुबह से ही पतंगें उड़ानें में व्यस्त हो जाते हैं। पिछले कुछ सालों से स्थानीय बाजारों में पतंग के लिए इस्तेमाल होने वाला चाइनीज मांझे का दबदबा है।

छतों पर पतंग उड़ाने का लेते  हैं आनंद 
बसंत पंचमी के त्योहार पर पहले मुख्य रूप से पंजाब और गुजरात के लोग इस दिन ‘पतंग महोत्सव’ मनाते थे, लेकिन अब देशभर में इस दिन पतंगबाजी होती है। जहां कुछ लोग बाजार से पतंग और डोर खरीदते हैं तो कुछ लोग खुद पतंग बनाकर उड़ाते हैं। वहीं पाकिस्तान के पंजाबी मुस्लिम इस ऋतु के दौरान घर की छतों से पतंग उड़ाने का आनंद लेते हैं।