UP चुनाव से पहले शिवपाल ने सपा में घर वापसी के दिए संकेत, कहा- भतीजा बुलाएगा तो जरूर जाऊंगा

punjabkesari.in Thursday, Sep 02, 2021 - 12:38 PM (IST)

सम्भल: समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक सदस्यों में से एक तथा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने यूपी चुनाव से पहले भतीजे अखिलेश के साथ सुलह के संकेत दे दिए है। उन्होंने सपा में वापसी की संभावना के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा कि अगर पार्टी में यथोचित स्थान दिया जाएगा तो वह विचार करेंगे। उन्होंने इसका निर्णय सपा अध्यक्ष पर छोड़ते हुए कहा कि अगर भतीजा बुलाएगा तो जरूर जाऊंगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि समाजवादी परिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिये सब कुछ भूल कर एकजुट हो जाना चाहिये। उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘राज्य में भ्रष्टाचार पांच गुना बढ़ गया है। अब बिना रिश्वत के कोई काम ही नहीं होता। थाने में जो काम 100, 200 या 500 रुपये में हो जाता था, वह अब 5000, 10,000, 50,000 रुपये में होता है।''

सम्भल के चंदौसी में बुधवार को शिवपाल ने संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया, ‘‘समाजवादी पार्टी में माफिया कभी नहीं आए। माफियाओं को शामिल नहीं करना चाहिए, हमने भी ऐसे लोगों को पार्टी में जगह नहीं दी। मैं समाजवादी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष भी रहा, मेरे रहते माफिया तत्वों को जगह नहीं मिली। मुख्तार अंसारी को कभी पार्टी में जगह नहीं दी गयी।'' हालांकि, उन्होंने कहा कि मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी और सिबगत उल्ला के सपा में शामिल होने के बाद वह पार्टी से अलग हो गये। शिवपाल से मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगत उल्ला को पिछले दिनों सपा में शामिल किये जाने के बारे में सवाल पूछा गया था।

गौरतलब है कि सितंबर 2016 में मुख्तार और उनके भाई अफजाल अंसारी को सपा में शामिल कराने को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री और मौजूदा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिवपाल के बीच जबर्दस्त तल्खी पैदा हो गयी थी। शिवपाल, अंसारी बंधुओं को सपा में शामिल करने की वकालत कर रहे थे, जबकि अखिलेश इसके खिलाफ थे। सत्ता और संगठन को लेकर चले निर्णायक संघर्ष के बाद शिवपाल ने सपा से नाता तोड़कर प्रसपा का गठन किया था।
 

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Umakant yadav