भीख मांगकर दिव्यांग मां ने अपनी लापता बेटी को खोजा, बेटी बोली- तेरे साथ नहीं जाऊंगी घर

punjabkesari.in Friday, Feb 05, 2021 - 06:07 PM (IST)

कानपुर: कहते है कि धरती पर भगवान का दूसरा रूप कोई है तो वह मां है, जिसे कभी शब्दों में बयां करना असंभव है, लेकिन कानपुर जिले की एक नाबालिग बेटी का बुजुर्ग दिव्यांग मां के बहते आंसुओं को देखकर भी दिल नहीं पसीजा। बेटी को ढूंढने के लिए दिव्यांग मां ने भीख मांगकर 12 हजार रुपए पुलिस को गाड़ी और डीजल के लिए दिए। पांव से लाचार होने के बावजूद दिव्यांग मां ने अपनी लापता बेटी को ढूंढ ही निकाला। वहीं जब दिव्यांग मां ने बेटी से घर चलने को कहा तो बेटी ने जाने से साफ इंकार कर दिया। बेटी मां से बोली तेरे साथ नहीं बल्कि अपने पति के साथ घर जाऊंगी। ये जवाब सुनते ही मां के सन्न रह गई।

दरअसल, मामला चकेरी थाना क्षेत्र स्थित सनिगवां का है। जहां सनिगवां गांव की रहने वाली दिव्यांग महिला भीख मांग कर गुजारा करती है। दिव्यांग महिला की 17 वर्षीय बेटी बीते 7 जनवरी से लापता हो गई थी। बुजुर्ग महिला दो दिनों तक किसी तरह से नाबालिग बेटी की तलाश करती रही। जब उसका कहीं कुछ पता नहीं चला तो, उसने चकेरी थाने में बीते 9 जनवरी को अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महिला ने तहरीर में 5 नामजद और दो अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।

इस मामले में पुलिस ने 27 दिन बाद दिव्यांग महिला की बेटी को ढूंढ निकाला। नाबालिग नौबस्ता की नट बस्ती में छिपकर ठाकुर नाम के युवक के साथ रह रही थी। युवक का कहना है कि हम दोनों ने एक-दूसरे से मंदिर में शादी कर ली है। दिव्यांग महिला की नाबालिग बेटी अपनी मां के साथ जाने को तैयार नहीं है। इस बाबत चकेरी इंस्पेक्टर दधिबल तिवारी का कहना है कि दिव्यांग महिला की बेटी नाबालिग है। यदि वह अपनी मां के साथ जाने को तैयार नहीं होती है, तो उसे नारीनिकेतन भेजा जाएगा।

दिव्यांग महिला ने डीआईजी को बताया कि सनिगवां चौकी इंचार्ज राजपाल सिंह ने बेटी को ढूंढने के लिए गाड़ी में डीजल डलवाने के नाम पर 12 हजार रुपए वसूले है। डीआईजी प्रीतिंदर सिंह ने तत्काल दिव्यांग महिला की बेटी को खोजने का आदेश दिया था। इसके साथ ही सीओ कैंट निखिल पाठक को इस प्रकरण की जांच सौंपी। प्राथमिक जांच में सनिगवां चौकी इंचार्ज राजपाल सिंह और जांच अधिकारी अरूण कुमार दोषी पाए गए थे। डीआईजी ने दोनों को सस्पेंड कर दिया है।

Content Writer

Tamanna Bhardwaj