मुजफ्फरनगर दंगा: BJP नेताओं की केस वापसी पर भड़के भदौरिया, कहा- इससे आरोपियों के हौसले होंगे बुलंद

punjabkesari.in Friday, Dec 25, 2020 - 02:04 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मुजफ्फरनगर दंगों में आरोपी नेताओं के नाम पर दर्ज केस वापास लेने की अर्जी कोर्ट में लगाई है। इसे लेकर सरकार पर विपक्ष हमावार हो गया है। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने सरकार तंज कसते हुए कहा कि यह सरकार का निर्णय दुर्भाग्य पूर्णहै। इससे अपराधियों के हौसले बढेंगे। अनुराग भदौरिया ने कहा कि देश की सबसे बड़ी अदालत ने माननीयों पर दर्ज मुक़द्दमों के तेजी से निस्तारण के लिए हर राज्य में अलग अदालतों के गठन का आदेश दिया है। यूपी में भी प्रयागराज, लखनऊ समेत कई जिलों में ऐसी अदालतें हैं, जहां विधायकों और सांसदों के खिलाफ दर्ज केस की सुनवाई हो रही है। इस बीच बीजेपी सरकार ने मुजफ्फरनगर दंगे के मामले में दर्ज केस वापस लेने का फैसला सही नहीं है। उन्होंने कहा इससे अपराधियों का मनोबल बढ़ेगा।

बता दें कि मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी बीजेपी मंत्री सुरेश राणा, संगीत सोम समेत कई नेताओं पर दर्ज मुकदमेदर्ज है। योगी सरकार ने इन नेताओं पर दर्ज केस वापस लेने का फैसला क्या किया,जिसके लिए कोर्ट में याचिका दायर की गई है। हालांकि कोर्ट ने इस मामले पर अभी कोई फैसला नहीं दिया है।  

गौरतलब है कि बीती 7 सितंबर 2013 में नंगला मंदौड़ की महापंचायत के संगीत सोम और अन्य कई लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी । तीनों नेताओं पर भड़काऊ भाषण, धारा 144 का उल्लंघन, आगजनी,तोडफ़ोड़ की धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई थी ।मुजफ्फरनगर में सचिन और गौरव नामक युवकों की हत्या के बाद यह महापंचायत बुलाई गई थी । जिसके बाद मुजफ़्फ़रनगर दंगों में कऱीब 65 लोगों की मौत हुई थी। 40 हज़ार के ज़्यादा लोग दंगों के कारण विस्थापित हुए थे।

Ramkesh