जौनपुर में भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव का मनाया गया 87वां शहीदी दिवस, योगी ने भी दी श्रद्धांजलि

punjabkesari.in Friday, Mar 23, 2018 - 12:45 PM (IST)

जौनपुरः सीएम योगी ने महान क्रांतिकारी शहीद-ए-आजाम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का 87वां शहीदी दिवस पर ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा कि अभिजात देशभक्त भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान दिवस पर भावभीनी श्रद्धांजलि। यह राष्ट्र सदैव आप अमर बलिदानियों का ऋणी रहेगा।

जौनपुर में मनाया गया शहीदी दिवस 
वहीं जौनपुर के सरांवा गांव में भी महान क्रांतिकारी शहीद-ए-आजाम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का 87 वां शहीदी दिवस मनाया गया। शहीद लाल बहादुर गुप्त स्मारक पर शुक्रवार हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकंन आर्मी एवं लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक पर मोमबत्ती एवं अगरबत्ती जलाई।  यहां कार्यकर्ताओं ने तीनों महान क्रान्तिकारियों के लिए 2 मिनट का मौन रखकर अपनी श्रंद्धाजलि दी।  

देश के महान क्रांतिकारी 
लक्ष्मीबाई ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि देश के महान क्रांतिकारी एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को पंजाब प्रांत के लायलपुर जिले के बग्गा गांव निवासी सरदार किशन सिंह के यहां हुआ था। देश की आजादी की लड़ाई में इन्होंने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। उन्होंने कहा कि भगत सिंह का मानना था कि क्रान्ति का मतलब बम और पिस्तौल की संतुष्टि नहीं है। वे कहते थे कि पिस्तौल और बम इंकलाब नहीं लाते, इंकलाब की तलवार तो विचारों की शान पर तेज होती है। 

अंग्रेजी हुकूमत कि नींव हिला देने वाले
उन्होंने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत कि नींव हिला देने वाले भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को अंग्रेजों ने 23 मार्च 1931 को लाहौर जेल में फांसी पर लटका दिया। मंजीत कौर ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि आजाद भारत में अभी तक भगत सिंह को शहीद का दर्जा नहीं दिया गया। उन्होंने प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि वे भगत सिंह को शहीद का दर्जा प्रदान करें, ताकि लोग उन्हें शहीद-ए-आजाम कह सके।
 

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