गोरखपुर: विकास से कोसों दूर है सरदार नगर ब्लॉक का भटगावां ग्रामसभा

punjabkesari.in Friday, Jan 03, 2020 - 06:45 PM (IST)

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के जनपद गोरखपुर मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर सरदार नगर ब्लॉक का भटगावां ग्रामसभा स्थिति है। जहां लोग आज भी गांव के विकास की उम्मीद लगाए हुए हैं परंतु उपेक्षा के चलते विकास से कोसों दूर हैं। गांव के लोगों के अनुसार यहां अपने लोगों का ही प्रधान द्वारा कार्य कराया जाता है।

बता दें कि सांसद कमलेश पासवान ने शुरुआती दौर में इस ग्रामसभा को ध्यान दिया तो मुख्य सड़कों का निर्माण हुआ। परंतु गांव की अन्य सड़कों का कोई निर्माण नहीं हुआ वो आज भी वैसे ही हैं। सांसद महोदय ने जिस सड़क का निर्माण कराया था वह भी अब टूट रही हैं। उसकी भी स्थिति खराब हो रही है। वहीं गांव की नालियों पर पर अवैध अतिक्रमण है। स्कूल की जमीन भी अवैध अतिक्रमण का शिकार है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आज के समय में इस गांव के लोग कितने पिछड़े हुए हैं।

गांव वालों के अनुसार ग्राम प्रधान गांव के चुनाव का बदला लेने में व्यस्त रहते हैं। चुनाव में जो उनको वोट दिया रहता है केवल उसी पर कृपा बरसाते हैं। अन्य से बदले की भावना से कार्य करते हैं। ग्राम वासियों का कहना है वे गांव का कोई विकास नहीं कराते हैं और जो कराते हैं उसमें भ्रष्टाचार की सीमा अत्याधिक होती है।

वहीं ग्रामवासी ने बताया कि मैं कई बार आवास के लिए परेशान हुआ लेकिन नहीं आया। वर्तमान प्रधान प्रभु नारायण गौतम के कार्यकाल में आया लेकिन पिछड़ी का आवास होते हुए मुझे नहीं दिया गया। जिसके पास पहले से आवास था उसी को दिया गया, क्योंकि मेरे पास पैसे देने का सामर्थ्य नहीं था। वहीं उसने बताया कि आवास के लिए 20 से लेकर 40 हजार रूपये लिए जाते थे।

इस मुद्दे पर गांव की सेक्रेटरी सुनीता का कहना है कि उन्होंने गांव के लिए कार्य योजना बनाकर विकास कार्य कराया है। कुछ कार्य ऐसा है नाली, खडंजा जो रह गया है जिसे मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा। सुनीता ने कहा कि यदि ऐसा है कि गांव में कार्य नहीं हुआ है तो वो मुझे साक्ष्य प्रस्तुत कर दें। उन्होंने बताया कि हम लोग अपने स्तर से जो करते हैं वो पूरा किलियर करते हैं। गांव वालो का कहना है कि जिसके पास पक्का मकान है उसे आवास दिया गया है जो कि एक अकेली विधवा महिला को आवास दिया गया है। वह अपने जेठ के घर में रह रही थी। ऐसे ही 2012 की लिस्ट से चयन करके गाव में विकास कार्य किए गए हैं। वहीं उनका मानना है कि ग्राम प्रधान का चुनाव नजदीक आ रहा है शायद इसलिए विरोध में कुछ लोग ऐसा कह रहे हो। गांव वालों का जो भी आरोप है वह सरासर बेबुनियाद है।

फिलहाल सेक्रेटरी महोदया कितना भी ये बोलती रहें कि गांव वालों का आरोप बेबुनियाद है लेकिन जो गांव की तस्वीर है वो सब कुछ बयां कर रही है। जिससे स्पष्ट होता है कि गांव वाले झूठ बोल रहे हैं या जिम्मेदार नागरिक।
 

Ajay kumar