कोरोना से बचाव के चलते BHU प्रशासन ने की विद्यार्थियों से घर जाने की अपील

punjabkesari.in Thursday, Mar 19, 2020 - 11:41 AM (IST)

वाराणसीः काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने अपने रेज़ीडेंट डॉक्टरों एवं शोध के अलावा अन्य छात्र-छात्राओं से अपील की है कि वे कोरोना वायरस के फैलाव की आशंका के मद्देजनर बचाव के लिए विभिन्न स्तरों पर किये जा रहे प्रयासों में सहयोग के तौर पर अपने-अपने घरों को लौट जाएं। वहीं बीएचयू के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) ने छात्रावासों में रहने वाले अपने सभी विद्यार्थियों को 21 मार्च तक अपने-अपने कमरे खाली करने का आदेश बुधवार को दिया है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों को 21 मार्च की पूर्वाह्न आठ बजे तक छात्रावास खाली करने का आदेश दिया गया है।

विश्वविद्यालयों को बंद करने एवं छात्रों को घरों पर रहने की दी गई सलाह
विश्वविद्यालय के जनसंपर्क डॉ. राजेश सिंह ने बुधवार को बताया कि भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सोशल डिसटेन्सिंग के बारे में दिशानिर्देश एवं परामर्श जारी किए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय एवं उत्तर प्रदेश द्वारा जारी सलाह में विश्वविद्यालयों को बंद करने एवं छात्रों को घरों पर रहने की सलाह दी गई है।

शैक्षणिक गतिविधियां 31 मार्च तक स्थगित
इसी के मद्देनजर विश्वविद्यालय में पठन-पाठन कार्य एवं अन्य शैक्षणिक गतिविधियां 31 मार्च तक स्थगित कर दी गई हैं। ऐसे में विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छात्रावासों में रसोई चलाना संभव नहीं है। उन्होंने बताया विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कि 31 मार्च तक कोई परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। इसके मद्देनजर रेज़ीडेंट डॉक्टरों को छोड़कर अन्य सभी छात्र-छात्राओं से अपील है कि वे छात्रावासों को ख़ाली कर दें एवं अपने घरों को चले जाएं।

शोध छात्रों को शोध संबंधी गतिविधियां करने की छूट 
डॉ. सिंह ने बताया कि कक्षाएं स्थगित रहने की अवधि में किसी भी प्रकार के विस्तार की जानकारी यथासमय दी जाएगी। कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने एवं इससे बचाव के लिए विद्यार्थियों के हित में होगा कि वे अपने घरों में सुरक्षित रहें। उन्होंने बताया कि शोध छात्रों को उनके सुपरवाइज़र की अनुमति से अति आवश्यक शोध संबंधी गतिविधियां करने की छूट दी गई है, लेकिन उन्हें ये सुनिश्चित करना ज़रूरी होगा कि वे सभी दिशानिर्देशों एवं बचाव संबंधी उपायों का पालन कर रहे हैं। इस संबंध में शोध छात्रों या पोस्ट डॉक्टोरल शोधार्थियों को फैलोशिप भुगतान के लिए उपस्थिति बाध्यता से भी छूट दी जाएगी।      
 

Tamanna Bhardwaj