BHU के डॉक्टर बोले- चीन से दोगुना ज्यादा कारगर है इंडियन वैक्सीन, भारत को खतरा कम

punjabkesari.in Thursday, Dec 22, 2022 - 04:11 PM (IST)

वाराणसी: चीन में फैल रहे कोरोना ने पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी हैं, कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि हर हफ्ते चीन में हजारों लोगों की जा रही है। चीन में मिले BF.7 वैरिएंट के तीन केस भारत में मिलने से हाहाकार मच गया है। इनमें दो केस गुजरात और एक केस ओडिशा में मिला है। ये तीनों मरीज़ ठीक हो चुके हैं। सरकार जल्द ही इसके लिए गाइडलाइन जारी कर सकती है।

ऐसे में लोग फिर से डरने लगे हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि अभी वहां पर रोज 2-3 मौतें हो रहीं हैं। मगर, आगे मौतों की संख्या बढ़कर रोज 8-10 हजार तक भी जा सकती है। लेकिन, भारत के लोगों को इससे डरने की जरूरत नहीं है। दरअसल, भारत में भी BF.7 वैरिएंट के 4 केस जुलाई, सितंबर और नवंबर में रिपोर्ट किए गए हैं। 3 गुजरात से और 1 केस उड़ीसा में। अच्छी बात यह है कि इनका संक्रमण चीन की तरह से भारत में नहीं फैल रहा है।

यह वैरिएंट भारत में बहुत कम असरकारी होगा- BHU के डॉक्टर
डाॅक्टरों का कहना है कि चीन के केसेज को भारत में बहुत सनसनीखेज बनाकर पेश किया जा रहा है। जबकि, यहां की सूरत बिल्कुल अलग है। यह वैरिएंट भारत में बहुत कम असरकारी होगा। IMS-BHU के डॉक्टरों और वायरोलॉजिस्ट ने कहा है कि कोविड की पांचवीं लहर आई, तो इसका असर चौथे लहर से भी हल्का होगा। वजह, भारत का वैक्सीन इंपैक्ट चीन से दोगुना ज्यादा असरदार है। वहीं वैक्सीनेशन का रेट भी चीन से ज्यादा है। चीन में रियल में कोविड वैक्सीनेशन केवल 38% ही हुआ है, जबकि भारत में दोनों डोज मिलाकर 68% है। जबकि, चीन क्लेम करता है कि उनकी 90% जनता वैक्सीनेटेड है। डॉक्टरों ने बताया कि भारत में कोरोना के संक्रमण का असर और डेथ रेट टाइम-टू-टाइम कम होता जा रहा है। यही पैटर्न अगली लहरों में भी फॉलो होगा।

प्रो. सुनीत सिंह ने कहा कि चीन में कोरोना केसेज बढ़ने की वजह खुद चीन की नीतियां ही हैं। वहां की 'जीरो कोविड पॉलिसी' जिम्मेदार हैं। उन लोगों ने सोचा कि अब कोविड का यह वायरस नहीं फैलेगा। मगर, आपको स्पष्ट कर दूं कि श्वांस संबंधी यानी कि रेस्पायटरी मीडियम वाले रोगों पर आप लगाम लगा ही नहीं सकते। चीन का दावा था कि हमारा कोविड मैनेजमेंट मॉडल बेस्ट था। इसी अति उत्साह में उनके लोगों का नुकसान अब होने वाला है।

चौथी से क्यों कमजोर होगी पांचवीं लहर
IMS-BHU में सेंटर ऑफ एक्सपेरिमेंटल मेडिसीन एंड सर्जरी विभाग के प्रो. समीर सिंह ने कहा कि BF.7 वैरिएंट भारत में भी है। यह फ्लू की तरह से फैलता है। जैसे-जैसे सीजन बदलता है, इसका असर होगा। मगर, परेशान होने का कोई अर्थ नहीं है। पांचवीं लहर आएगी, मगर यह चौथी से भी कमजोर होगी। कारण यह है कि सेकेंड वेब डेल्टा और थर्ड वेब में ओमिक्रॉन के बाद जितने भी वैरिएंट आए, सभी कमजोर थे। अब आगे भी यही पैटर्न चलेगा।  दूसरी बात यह है कि भारत की नेचुरल इम्युनिटी भी अच्छी है।


 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj