सिद्धू द्वारा बाजवा को गले लगाने पर बढ़ा विवाद, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने फूंका पुतला

punjabkesari.in Wednesday, Aug 22, 2018 - 12:16 PM (IST)

लखनऊः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथग्रहण में पहुंचने और वहां के सेना प्रमुख को गले लगाने के बाद विवादों में घिरे कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन बढ़ गया है। जिसको लेकर आज लखनऊ के हजरतगंज में बीजेपी युवा कार्यकर्ताओं ने नवजोत सिद्धू के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन कर सिद्धू का पुतला फूंका। 

इस दौरान भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं की गुंडई देखने को मिली। विरोध कर रहे बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को जब पुलिस ने रोकना चाहा तो उन्होंने गुंडई करते हुए एक दारोगा पर हाथ उठा दिया। हद तो तब हो गई जब बीजेपी कार्यालय में घुसकर युवा कार्यकर्ताओं ने लाठी डंडे लेकर पुलिस के ऊपर हमला बोल दिया। जिसके बाद बचाव में पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।

बताते चलें कि पाकिस्तान से लौटने के बाद प्रेस वार्ता कर नवजोत सिंह सिद्धू ने साफ किया है कि यह यात्रा राजनीतिक नहीं थी और उन्होंने वही किया है जो पूर्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अटल बिहारी वाजपेयी भी कर चुके हैं। सिद्धू ने कहा था कि मैं अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। लेकिन करगिल युद्ध के बाद उन्होंने भी परवेज मुशर्रफ से मुलाकात की थी। सिद्धू ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री मोदी भी बिना किसी बुलावे के नवाज शरीफ के पारिवारिक समारोह में गए थे। 

इस बीच, सिद्धू की सफाई पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सिद्धू के पाकिस्तान दौरे पर जवाब देना चाहिए। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि राहुल के कहने पर ही सिद्धू ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। बाजवा से गले मिलने पर सिद्धू ने कहा कि यह मुलाकात इस्लामाबाद के शपथग्रहण में हुई। मुझे पहली कतार में बैठे देख वह गर्मजोशी के साथ मुझे मिले। मुझे मिलते ही उन्होंने मुझसे कहा कि गुरुनानक साहब के 500वें प्रकाश दिवस भारत के डेरा बाबा नामक से पाकिस्तान से ढाई किलोमीटर दूर स्थित करतारपुर साहब के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं को बिना रोक-टोक पथ प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं। यह संभव है। उन्होंने कहा कि हम शांति चाहते हैं। सिद्धू ने कहा कि बाजवा की बातें मेरे लिए भावनात्मक थीं। 
 

Ruby