होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारियों के ट्रांसफर में बड़ी गड़बड़ी, बाबू निलंबित...सही तरीके से नहीं हुआ स्थानान्तरण नीति का पालन
punjabkesari.in Monday, Jul 24, 2023 - 03:18 PM (IST)
लखनऊ ( अश्वनी कुमार सिंह ): उत्तर प्रदेश होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारियों वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारियों एवं जिला होम्योपैथिक के अधिकारियों व फार्मासिस्ट के स्थानांतरण में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई हैं । ट्रांसफर नीति का पालन न होने की शिकायतों से प्रशासन नाराज है होम्योपैथिक निदेशालय में तैनात वरिष्ठ सहायक रघुकुल तिलक को निलंबित कर दिया गया है। अब अन्य जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
बता दें कि बीती 30 जून को 151 होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारियों 6 जिला होम्योपैथी अधिकारियों 33 वरीष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारियों और करीब 150 फार्मासिस्टों का स्थानांतरण किया गया। जिला महोबा के राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय कबरई पर लखीमपुर खीरी में तैनात डॉ सरोज कुमार का स्थानांतरण किया गया, लेकिन बाद में आदेश निरस्त कर उन्हें पीलीभीत भेज दिया गया। मुख्यमंत्री की घोषणा पर शुरू हुई इस चिकित्सालय में पहली बार चिकित्सा अधिकारी की तैनाती हुई थी और फिर स्थान रिक्त कर दिया गया,। सिद्धार्थ नगर के राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय मीठेवल से डॉक्टर मुस्ताक अहमद का तबादला बाराबंकी का दिया गया वहीं आकांक्षी जिले सोनभद्र से डॉक्टर सुरेखा, चित्रकूट से डॉक्टर जवाहरलाल, बहराइच में डॉक्टर राजेश कुमार का ट्रांसफर किया गया और 30 जून को ही संशोधित कर दिया गया जबकि आकांक्षी जिलों को सशक्त स्थानांतरण करने के आदेश है । 151 में से 30 होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारियों की और बड़ी संख्या में फार्मासिस्टओं के तबादले भी रद्द हुए, इस पर स्थानांतरण की नीति का पालन ना होने से शासन सख्त है।
SMO को हटा के DHMO को दिया गया प्रभार
कोर्ट के आदेश पर जूनियर SMO को हटा के सीनियर को DHMO का प्रभार दिया गया 4 जुलाई को, पर जिनको हटाया गया उनकी पदस्थापना नहीं किया गया आज तक जिससे उतने चिकित्सालय पर जनहित प्रभावित हो रहा है और बिना किसी पद के ये चिकित्साधिकारी जिले ऑफिस पर अटैच है।
स्थानांतरण नीति के विपरीत प्रान्तीय चिकित्सा सेवा संघ की स्थानीय शाखाओं के कई अध्यक्षों व सचिवों का स्थानांतरण कर दिया गया है। उदाहरण निम्नवत हैं-
(क) डॉ कमलेश्वर सिंह (स्थानांतरण सूची क्रमांक -103) चिकित्साधिकारी,राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय बैंदो, सचिव शाखा महोबा ,
(ग)डॉ ज्वाला प्रसाद यादव, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय भीमगंज , अध्यक्ष शाखा रायबरेली,
(घ) डॉ अजय कुमार राय, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय , अध्यक्ष शाखा जौनपुर।
(ड़) डॉ बिजेंद्र जैस्वारा, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी अम्बेडकर नगर, सचिव स्थानीय शाखा।
(च) डॉ सुशील कुमार भारतीय वरिष्ठ चिकित्साधिकारी हरदोई, अध्यक्ष स्थानीय शाखा।
(ड) डॉ शैलेन्द्र कुमार गुप्ता,अध्यक्ष, बिजनौर शाखा।
2- स्थानांतरण आदेश में त्रुटि-
(क) डॉ उदय राज मौर्य, कोषाध्यक्ष, प्रांतीय होम्योपैथिक चिकित्सा सेवा संघ उत्तर प्रदेश का सीतापुर से उनके गृह जनपद जौनपुर में हुआ स्थानांतरण,
(ख) राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय बजहेटा, हमीरपुर (क्रम संख्या126) चिकित्सा अधिकारी का पद रिक्त न होने पर भी एक अन्य चिकित्साधिकारी की तैनाती,
(ग) राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय रौनाही, अयोध्या (क्रम संख्या45) में चिकित्सा अधिकारी पद की रिक्तता न होने के बावजूद एक अन्य चिकित्साधिकारी की तैनाती ।
(घ) राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय आमगोदर, प्रयागराज (क्रम संख्या 144) में एक अन्य चिकित्सा अधिकारी की तैनाती ।
3- स्थानांतरण नीति के प्रस्तर- 5(v) को अतिक्रमित कर दिव्यांग के आश्रितों का स्थानांतरण किया गया-
(क) डॉ अरुण कुमार वर्मा(क्रम संख्या-10) राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय टेडवा,सीतापुर की पुत्री शतप्रतिशत दिव्यांग,
(ख) डॉ अजय प्रताप सिंह (क्रम संख्या 80) चिकित्सा अधिकारी राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय गढ़ी खजुरी शाहजंहापुर का बेटा शतप्रतिशत दिव्यांग,
(ग)डॉ बिपिन कुमार पाण्डेय चिकित्साधिकारी राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय कशेरुआ बुजुर्ग, अयोध्या की पुत्री 75 प्रतिशत दिव्यांग,
(ड़ ) डॉ वीरेन्द्र कुमार (क्रम संख्या 75) की पुत्री दिव्यांग।
4- दाम्पत्य नीति का विचलन-
(क) डॉ विजेंद्र पाल सिंह, चिकित्साधिकारी, राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय दौलतपुर, उन्नाव की पत्नी प्रियंका विक्रम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवाबगंज उन्नाव में तैनात हैं और डॉ सिंह का स्थानांतरण रा हो चि रामगंज, कासगंज ,
(ख) डॉ प्रदीप कुमार विश्वकर्मा वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय बेड़ारु, रायबरेली की पत्नी डॉ पूनम उसी जनपद में एन आर एच एम में चिकित्सा अधिकारी तैनात हैं, लेकिन डॉ विश्वकर्मा का स्थानांतरण कन्नौज किया गया,
(ग)डॉ सरिता, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी, हाथरस का स्थानांतरण कानपुर हुआ, जबकि पति हाथरस में हैं ए सी एम ओ ।
(घ) डॉ पूनम सिंह व उनके पति डॉ धर्मेंद्र सिंह सीतापुर जनपद में तैनात हैं ।दोनों का स्थानांतरण क्रमशः बनकेपुर सुल्तानपुर और माथापार देवरिया अलग-अलग जिले में किया गया।
(ड़)डॉ अर्चना वर्मा चिकित्साधिकारी
राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय, हथौड़ा बुजुर्ग, शाहजहांपुर से लखीमपुर खीरी स्थानांतरित, जबकि उनके पति कृषि विज्ञान केंद्र, शाहजहांपुर में कृषि वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत।
(ज)डॉ ऊषा शेरवाल के पति डॉ टी पी शेरवाल मुरादाबाद में पोस्ट हैं , जिनका पुत्र मानसिक दिव्यांग है।डॉ उषा का स्थानांतरण अन्यत्र कर दिया गया है।
(झ) डॉ संतोष कुमार दुबे गोरखपुर ,डॉ मनोज कुमार देवरिया, और डॉ आलोक कुमार त्रिपाठी अयोध्या की पत्नी उनकी तैनाती के जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग में अध्यापिका हैं , लेकिन इन सभी का स्थानांतरण सुदूर जनपदों में किया गया है।
5- गम्भीर रूप से बीमार/दुर्घटनाग्रस्त चिकित्सा अधिकारियों का स्थानांतरण-
(क) डॉ शरद कुमार निगम गम्भीररूप से दुर्घटना ग्रस्त है। Left tibia, fibula & left arm wrist का फ्रैक्चर है। टिटेनियम रॉड पड़ी है। उन्हें गोवर्धनपुर सीतापुर से लगभग 350 किलोमीटर दूर अराजी अजगर आजमगढ़ भेजा गया है।
(ख) डॉ सुषमा पाल coronary heart disease से पीड़ित हैं ,उन्हें बुलन्दशहर से बलिया भेजा गया है।
(ग) डॉ अंजली वर्मा, चिकित्साधिकारी, जरिया, हमीरपुर कैंसर रोग से पीड़ित हैं।
6- कई विधुर चिकित्सा अधिकारियों का स्थानांतरण 400 किलोमीटर दूरी तक किया गया है-
(क) डॉ मोहम्मद आरिफ खान को ढकिया तिवारी शाहजंहापुर से
प्रतापगढ़ भेजा गया,जबकि उनकी पत्नी की मृत्यु 10 मार्च 2023 को प्रसव के दौरान हुई है। तीन बच्चियों के (4 माह, 3साल व 6 साल ) लालन - पोषण की जिम्मेदारी उन्हीं की है।
(ख) डॉ नाजिम गाजी विधुर हैं। पत्नी की मृत्यु के बाद दोनों पुत्रियों की परवरिश का जिम्मा उन्हीं पर हैं, जिन्हें रामपुर से सुदूर सोनभद्र स्थानांतरित किया गया है।
7- महिला चिकित्साधिकारियो को भी मण्डल स्थानांतरण के नाम पर 300 से 981 किलोमीटर दूर तक भेजा गया है। कुछ उदाहरण।
(क) डॉ सुषमा पाल बुलन्दशहर से बलिया (लगभग900 किलोमीटर),
(ख)डॉ पुष्पेंद्र चौधरी महिला चिकित्साधिकारी मुरादाबाद से कुशीनगर(720 किलोमीटर) ,
(ग)डॉ लिली मुनेंद्र वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी मेरठ से बलिया लगभग 981 किलोमीटर ।
(घ) डॉ नीलम वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी सहारनपुर से महोबा लगभग 720 किलोमीटर।
(ड़)डॉ सुरेखा चिकित्सा अधिकारी बरेली से सोनभद्र लगभग 695 किलोमीटर ।
(च) डॉ उषा वर्मा जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी बांदा से बागपत लगभग 640 किलोमीटर।
(छ) डॉ उषा शेरवाल वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी गाजियाबाद से बांदा लगभग 590 किलोमीटर।
(झ)डॉ सावित्री वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी मेरठ से इटावा लगभग 800 किलोमीटर।
(त)डॉ रश्मि वर्मा अलीगढ़ से बरेली लगभग 171 किलोमीटर।
( थ )डॉ नीलम प्रतापगढ़ से हरदोई 298 किलोमीटर।
(द)डॉ अनामिका श्रीवास्तव कन्नौज से झांसी लगभग 302 किलोमीटर।
(ध)डॉ सरिता वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी हाथरस से कानपुर लगभग 322 किलोमीटर।
(न) डॉ जॉली पात्रा चिकित्सा अधिकारी सीतापुर से शाहजहांपुर लगभग 280 किलोमीटर।
(प) डॉ सीमा वर्मा जिला चिकित्सा अधिकारी रायबरेली से झांसी 313 किलोमीटर।
8 . एक दर्जन से अधिक पुरूष चिकित्साधिकारियों / वरिष्ठ चिकित्साधिकारी व जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी को मण्डल परिवर्तन के नाम पर400 से अधिकतम 980 किलोमीटर दूर तक भेजा गया है। कुछ उदाहरण।
(क) डॉ अवनीश कुमार अग्निहोत्री गौतम बुध नगर से गाजीपुर 980 किलोमीटर।
(ख)डॉ अजय कुमार जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी बागपत से सिदार्थनगर 928 किलोमीटर।
(ग)डॉ चंद्र भूषण सिंह माहुर चिकित्साधिकारी बुलंदशहर से जौनपुर 640 किलोमीटर।
(घ)डॉ शैलेंद्र कुमार उन्नाव से मैनपुरी 600 किलोमीटर।
(ड़)डॉ विनय शंकर पटेल सोनभद्र से मथुरा 750 किलोमीटर।
(प)डॉ मनोज कुमार कुशीनगर से बांदा 500 किलोमीटर।
(फ़) डॉ नरेंद्र कुमार गिरी बरेली से अंबेडकरनगर 500 किलोमीटर।
( ब) डॉ राकेन्द्र कुमार सोनभद्र से बरेली 700 किलोमीटर।
(भ) डॉ सुनील कुमार नाथ तिवारी बरेली से बलिया 700 किलोमीटर।
(म)डॉ लाख सिंह सीतापुर से बलिया 620 किलोमीटर। उनके मामले में दांपत्य नीति का भी विचलन हुआ है।
(य) डॉ शिव कुमार सिंह शाहजहांपुर से गाजीपुर 541 किलोमीटर।
(र)डॉ जितेंद्र कुमार वर्मा सीतापुर से महोबा 500 किलोमीटर ।
(ल)डॉ सुमित गुप्ता हरदोई से मऊ 443 किलोमीटर।
(व)डॉ प्रशांत गुप्ता हाथरस से फतेहपुर 400 किलोमीटर।
(ष)डॉ धर्मेंद्र सिंह सीतापुर से देवरिया 401 किलोमीटर।
()डॉ हरिकेश कुमार यादव फतेहपुर से सोनभद्र 400 किलोमीटर।
() डॉ राजीव चौधरी उन्नाव से मऊ 400 किलोमीटर।
()डॉ जितेंद्र पाल सिंह उन्नाव से कासगंज 270 किलोमीटर।
()डॉ राम सिंह जौनपुर से सीता 347 किलोमीटर।
()डॉ शरद कुमार निगम सीतापुर से आजमगढ़ 350 किलोमीटर।
( )डॉ मुकेश सिंह सीतापुर से बस्ती 320 किलोमीटर।
(डॉ) अमित विद्यार्थी शाहजहांपुर से बस्ती बांदा 400 किलोमीटर।
() डॉ दिनेश चंद्र मौर्य मिर्जापुर से बलरामपुर 350 किलोमीटर।
() डॉ नेत्रपाल जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी हापुड़ से बलिया। 940 किलोमीटर
()डॉ राकेश कुमार ठाकुर खीरी से फतेहपुर 257 किलोमीटर
()डॉमुस्ताक अहमद सीतापुर से सिद्धार्थनगर 350 किलोमीटर
()डॉ मोहम्मद आरिफ खान शाहजहांपुर से प्रतापगढ़ 450 किलोमीटर
() डॉ कमलेश नारायण रायबरेली से सिद्धार्थनगर 450 किलोमीटर
() डॉ प्रवीण कुमार रावत कानपुर से सोनभद्र 450 किलोमीटर।
9- जनहित में बड़े पैमाने पर प्रदेश के एक सिरे से दूसरे सिरे पर हुए स्थानांतरण से यात्रा भत्ता के रूप में शासकीय कोष पर अत्याधिक भार भी पड़ेगा।
10- माननीय मुख्यमंत्री जी की अपेक्षानुसार ग्राम्य विकास विभाग की भांति सभी सरकारी विभागों में सभी स्तरों पर पदों के स्थानांतरण हेतु एकीकृत मेरिट बेस्ट ऑनलाइन ट्रांसफर सिस्टम विकसित कर मानव संपदा पोर्टल पर सूचनाएं अपडेट करने की अपेक्षा मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा दिनांक 31 जनवरी 2020 को की गई थी परंतु एक समुचित अवधि व्यतीत हो जाने के उपरांत भी आयुष विभाग में मेरिट आधारित स्थानांतरण व्यवस्था के लिए मानव संपदा पोर्टल पर स्थानांतरण के लिए अर्हता सूची, स्थानांतरण के लिए चिन्हित रिक्तियां,विकल्प तथा भारांक का निर्धारण आज तक नहीं किया गया है फलस्वरूप शासन की मंशानुसार पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार मुक्त स्थानांतरण व्यवस्था आयुष विभाग में जानबूझकर लागू नहीं की गई है। निकटवर्ती मण्डल/जनपद में स्थान रिक्त होने के वावजूद भी अधिकतम 981 किलोमीटर( मेरठ से बलिया) दूर तक स्थानांतरण किया गया है। स्थानांतरण अपरिहार्य होने की दशा में संघ का सुझाव है कि संवर्ग के सदस्यों का निकटतम मण्डल/ जनपद में अधिकतम 125 किलोमीटर की दूरी तक स्थानांतरण किए जाने पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाना कार्यहित, न्यायहित एवं जनहित मे उचित है

