स्वास्थय विभाग की बड़ी लापरवाही: प्रसव पीड़ा से कराह रही थी महिला, नहीं खुला था सरकारी अस्पताल का ताला

punjabkesari.in Thursday, Dec 30, 2021 - 12:20 PM (IST)

गाज़ीपुर: स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर लगातार विभाग और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बेहतर होने का दावा करती है, लेकिन उनकी दावो की हकीकत उस वक्त निकल जाती है जब विभाग का कारनामा मीडिया के कैमरे में कैद हो जाता है। ऐसा ही मामला देखने को मिला आज सुबह जब एक प्रसव से पीड़ित महिला को 108 एंबुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक लाया गया। परंतु वहा पर 11 बजे तक ताला लटका रहा। वहीं जब मामला मीडिया तक पहुंचा तो विभाग में हड़कंप मच गया। आनन- फानन में विभागीय कर्मचारी अस्पताल का ताला खोलते नजर आए। 

बता दें कि मामला गाजीपुर जिसे के अबिसहन गांव के प्रथामिक स्वास्थय केन्द्र का बताया जा रहा  है जहां मंगलवार को प्रसव के लिए  एक महिला को लेका एंबुलेंस लेकर पहुची थी।  लेकिन 11 बजे तक अस्पताल का ताला ही नही खुला था,करीब घंटो  बाहर सीढ़ियों पर बैठी प्रसव पीड़ा से महिला कराह रही थी जिसको लेकर परिजन काफी हैरान परेशान हो गए। बताया जा रहा है कि सुबह साढ़े 10 बजे के करीब सरकारी एम्बुलेंस से बौरी गांव निवासी महिला नीतू को लेकर उसकी सांस,आशा बहु और दो अन्य महिलाएं प्रसव के लिए अस्पताल  पहुंची तो उस समय पीएसी पर ताला लटक रहा था।  करीब घंटो तक महिला अस्पताल के बाहर ही सीढ़ियों पर बैठ कर दर्द से कराहती रही,आश्चर्य तो तब हुआ जबकि महिला के साथ आई आशा बहु ने बताया आने से पहले ही एनम पुष्पा को सूचना दे दी गयी थी बावजूद इसके 11:07 बजे एनम पहुंची। 

 प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला की हालत देख घर की महिला अस्पताल प्रबंधन पर खूब आग बबूला हो रही थी। हद तो तब हो गयी जब इलाज के लिए अस्पताल पर पहुंचे ग्रामीणों ने भी बताया अस्पताल कभी भी समय से नही खुलता है ना ही यहां पर दवाएं ही मिल पाती है। आरोप है कि डॉक्टर बाहर से ही दवाएं लिखते है।  इसी वजह से लोगों का सरकारी अस्पताल से भरोसा उठता जा रहा है।

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Ramkesh