पुलिस की बड़ी सफलता, घेराबंदी कर खूंखार हत्यारे लुटेरों को धर दबोचा

punjabkesari.in Monday, Dec 18, 2017 - 11:21 AM (IST)

कानपुरः लग्जरी वाहन में सवार होकर हाईवे पर ट्रक चालकों की हत्या कर लूटपाट करने वाला गिरोह रविवार स्वाट टीम और पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस द्वारा सरगना सहित 6 लुटेरों को पकड़ा गया। लूट में प्रयुक्त इनोवा कार व चार तमंचे भी इनसे बरामद किये गये। पूछताछ में लुटेरों ने दो चालकों की हत्या कर उनके शव भोगनीपुर व सट्टी क्षेत्र में फेंककर ट्रक लूटने की वारदात कुबूल की है। मोबाइल, आधार कार्ड, पेन कार्ड, डेक स्पीकर के साथ लूटे गए अन्य सामान की बिक्री से मिले दो लाख 5 हजार रुपये भी बरामद किए हैं।

दरअसल रविवार रात मुगल रोड पर सुजगवां के पास इनोवा सवार लुटेरों की मौजूदगी की सूचना पर स्वाट टीम प्रभारी संतोष कुमार आर्य, भोगनीपुर इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह व सट्टी थानाध्यक्ष प्रभात कुमार सिंह व कानिस्टेबिल राजवीर यादव, सचिन कुमार आदि अन्य टीम के साथ घेराबंदी की। इस दौरान एक इनोवा को रोकने का प्रयास किया, लेकिन वहां से तेजी से आगे बढ़ गई।

टीम ने पीछा कर अफसरिया की मडै़या के पास इनोवा को रोक लिया। कार से उतर भागने का प्रयास कर रहे लोगों को दौड़ाकर दबोच लिया गया। गिरफ्तार लोगों में उस्मान अली निवासी संगसियापुर अकबरपुर, आनंद कुमार शुक्ला निवासी रूरा, अरुण कटियार निवासी देवब्रह्मापुर बरौर तथा जावेद मूल निवासी खागा फतेहपुर व मौजूदा निवास मछरिया नौबस्ता कानपुर नगर, मो. राशिद निवासी मछरिया नौबस्ता कानपुर नगर, सोनू यादव मूल निवासी ठठिया कन्नौज व मौजूदा निवास बारा सिरोह कल्यानपुर कानपुर नगर शामिल हैं। बताया गया कि राशिद एक ट्रैवल एजेंसी का कर्मचारी है, उससे ही इनोवा मंगवाकर गिरोह वारदातों को अंजाम देता था।

बता दें कि 30 अक्टूबर को दिबियापुर से प्लास्टिक दाना लादकर निकले चालक व मंगल सिंह (35) की हत्या करके ट्रक लूट लिया गया था। इलाहाबाद के हंडिया में सरवा पंडित का पुरवा निवासी मंगल का शव दूसरे दिन भोगनीपुर में सड़क किनारे मिला था। 18 नवंबर को उसके भाई कमल सिंह गौर ने शव की पहचान की थी।

इसी प्रकार 8 नवंबर को दिबियापुर से प्लास्टिक दाना हमीरपुर के लिए निकले मुस्करा, हमीरपुर के ट्रक चालक रहीश (30) की हत्या कर लुटेरों ने ट्रक लूट लिया और शव सट्टी में अफसरिया के पास मुगलरोड किनारे फेंक दिया। नौ नवंबर को उसका शव मिला था। 16 नवंबर को सके पिता शहीद ने शिनाख्त की। 10 दिन के अंतराल में इन वारदातों के बाद पुलिस कप्तान ने स्वाट टीम को संबंधित थानाक्षेत्र की पुलिस के साथ गिरोह को पकड़ने की जिम्मेदारी सौंपी थी।

एसपी रतन कांत पांडेय ने बताया कि पकड़े गए लुटेरों में तीन के खिलाफ लूट व हत्या आदि के मुकदमे पहले से ही दर्ज हैं। आईजी कानपुर ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया है।