मोदी की काशी में हुआ बड़ा घोटाला: डाकघर के सैंकड़ों खातों से गायब हुए करोड़ों

punjabkesari.in Thursday, Aug 29, 2019 - 07:01 PM (IST)

वाराणसीः पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के प्रधान डाकघर में सबसे बड़ा घोटाला सामने आया है। जिले के प्रधान डाकघर के एक दो नहीं, बल्कि सैकड़ों खातों से करोड़ों रुपए निकाल लिए गए। इस मामले में शहर की कैंट थाने की पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच भी शुरू कर दी है। वहीं डाक विभाग ने अपने दो सुपरवाइजर और 2 बाबूओं को भी तुरंत निलंबित कर दिया है।
डाकघर के खातों से पैसे हुए गायब, लोग परेशान
वाराणसी के नदेसर स्थित कैंट प्रधान डाकघर में सैकड़ों की संख्या में जुटे खाताधारक किसी स्कीम का फायदा उठाने के लिए भीड़ में संघर्ष नहीं कर रहें हैं, बल्कि अपने खून पसीने के मेहनत की उस कमाई की जांच पड़ताल में लगे हैं जो इन्होंने डाकघर में सुरक्षित समझा था। लेकिन हुआ इसके ठीक उल्ट। जब कुछ खाताधारकों ने अपनी जमा पूंजी पर एमआईएस करा रखा था और मासिक ब्याज लेते थे। जब वक्त पर उनका ब्याज नहीं आया तो उन्होंने जानकारी की और जो कुछ पता चला तब उनके होश उड़ गए।
डाकघरों में 2 करोड़ रूपयों से ज्यादा का गबन
जहां उनके खातों में लाखों रूपए थे। वहा सभी पैसे निल हो गए। बताया गया कि इसी वजह से उनको ब्याज नहीं मिल रहा है। ये बात अन्य खाताधारकों तक भी पहुंची तो सभी अपने खातों की जांच पासबुक के अनुसार कराने में जुट गए। पता ये चला कि मैनुअली डाकघर के बाबूओं ने पासबुक पर अमाउमट लिखकर और मुहर लगाकर दे दिया था, लेकिन जब कम्प्यूटराइज्ड स्टेटमेंट जब पासबुक पर छपा तो सैकड़ों खाताधारकों के खातों से लाखों-लाखों रूपए गायब हो गए थे। माना जा रहा है कि ये अभी तक वाराणसी के डाकघरों में सबसे बड़ा 2 करोड़ रूपयों से ज्यादा का गबन है। अब खाताधारक इसी फ्राड की शिकायत पुलिस से कर रहें हैं।

अधिकारियों ने एजेंटों पर डाला दोष
वहीं दूसरी ओर इतने बड़े गबन के बारे में प्रधान डाकघर के सबसे बड़े अधिकारी पोस्टमास्टर जनरल से जब बात करने की कोशिश की गई तो उनके छुट्टी पर जाने की बात चली और उनके आफिस के बाहर ताला लटका मिला। उनके अलावा बड़े मुश्किल से नीचे के अधिकारियों ने अपने कर्मचारियों का नाम लिए बगैर सारा दोष एक एजेंट पर डाल दिया और बताया कि खाताधारकों के साथ अन्याय नहीं होने पायेगा।

मामले की जांच शुरू, घोटाले की रकम बढ़ने की आशंका 
वहीं वाराणसी एडीजी जोन के संज्ञान में मामला आते ही शहर के कैंट थाने में पांच खाताधारकों की शिकायत पर पुलिस ने फ्राड सहित कई अन्य गंभीर धाराओं में मुकदाम दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है। वक्त बीतने के साथ ही साथ इस घोटाले के रकम की उम्मीद और भी बढने की उम्मीद है।

खाताधारक कविंद्रनाथ के खाते में 11 लाख रूपए की जगह 8903
खाताधारक कविंद्र नाथ शाह का कहना है कि वह पांडेपुर के रहने वाले हैं। उनका खाता कैंट डाकघर में है। उन्होंने बचत खाते में 11 लाख रुपए से अधिक पैसे जमा करवाए थे। उन्होंने बताया कि वहीं जब आज पासबुक पर एंट्री करवाई तो खाते में 8903 रुपए हैं। उन्होंने बताया कि मेरी बहू के खाते से भी पैसे गायब हुए हैं।
पीड़ित सपना बोलीं 3 खाते थे, तीनों में पैसे गायब
वहीं पीड़ित सपना ने बताया कि हमारा डाकघर में एमआईएस था। वह हर महीने पैसा निकलवाने आती थी। वहीं जब 27 तारीख को पैसा निकलवाने आई तो पता चला कि खाते में पैसा ही नहीं था। सपना ने बताया कि उसके 2 खातें और है। उसने घर जाकर पति को सारी बात बताई तो दूसरे खातों की पासबुक लेकर डाकघर पहुंचे। उन खातों में भी पैसा नहीं था। सपपना ने बताया कि हमारे होश उड़ गए। हम लोग परेशान हैं और हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

Tamanna Bhardwaj