भारत में बड़ा आतंकी प्लान बेनकाब! सहारनपुर के बिलाल के PAK हैंडलरों से लिंक, ATS की पूछताछ में सनसनीखेज खुलासे
punjabkesari.in Saturday, Nov 08, 2025 - 12:36 PM (IST)
Saharanpur News: कुछ दिनों पहले सहारनपुर जिले से एनकाउंटर/गिरफ्तारियों में शामिल यूपी एटीएस ने आतंकी आरोपित बिलाल को गिरफ्तार किया था। 15 सितंबर को हुई गिरफ्तारी के बाद उससे लगातार पूछताछ चल रही है और अब इसमें कई बड़े खुलासे सामने आए हैं। जांच में एटीएस का दावा है कि बिलाल के पास से मिलने वाले सबूतों और मोबाइल डेटा से कई संदिग्ध संपर्क और गतिविधियां उजागर हो रही हैं।
क्या-क्या पाया गया
पूछताछ और मोबाइल डेटा के विश्लेषण में पता चला है कि बिलाल पाकिस्तान में बैठे कथित अलकायदा हैंडलर समेत लगभग 4,000 नंबरों से संपर्क में था। एटीएस के अनुसार इन हैंडलरों से उसे आतंकवादी हमले की योजना से जुड़े लगातार निर्देश मिलते थे। बिलाल सोशल मीडिया पर जिहादी प्रवचन और भड़काऊ बातें फैला रहा था। पूछताछ के दौरान कई सोशल मीडिया अकाउंट्स और उनकी डिटेल्स भी एटीएस ने बरामद कीं, जिनके जरिए कथित तौर पर गलत सूचनाएं और आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा था।
रिमांड और पूछताछ
4 नवंबर से बिलाल की रिमांड अवधि शुरू हुई है। रिमांड के दौरान एटीएस उससे गहन पूछताछ कर रही है और मोबाइल-डेटा, चैट लॉग, कॉल-रजिस्टर इत्यादि का विश्लेषण कर रही है। जांच अधिकारियों ने बताया है कि बिलाल सरकार को अस्थिर करने और शरिया कानून लागू करने जैसे विचार सोशल मीडिया पर प्रचारित करता था।
ऑपरेशन सिंदूर और शहीद बताने का आरोप
पूछताछ में यह भी सामने आया है कि बिलाल ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए आतंकियों को सोशल मीडिया पर 'शहीद' घोषित करता था और उनके लिए श्रद्धांजलि पोस्ट करता था। उसने अपने ग्रुप में आसिम उमर (जिसे ग्रुप ने AQIS से जोड़कर बताया) को श्रद्धांजलि दी और उसे 'हीरो' बताया। उसने अपने सदस्यों को भड़काकर कहा कि यदि वे जिहाद के रास्ते पर चलेंगे तो दुनियाभर के मुजाहिदीन उनका समर्थन करेंगे — ऐसे संदर्भ एटीएस ने अपनी पूछताछ में नोट किए हैं।
अब आगे क्या हो रहा
एटीएस फिलहाल बिलाल के मोबाइल और बरामद डिजिटल साक्ष्यों (सोशल अकाउंट्स, चैट रिकॉर्ड, कॉल-लॉग आदि) का गहन विश्लेषण कर रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि उसका नेटवर्क कितना व्यापक था और उसने किन-किन लोगों/समूहों से समन्वय किया। जांच के बाद ही यह साफ होगा कि बिलाल के खिलाफ और किस तरह की कानूनी कार्रवाई की जाएगी और क्या अन्य लोगों की भूमिका भी सामने आती है।

