भाजपा एवं समाजवादी ने रणनीति के तहत उपचुनाव में बसपा को एक सीट भी नही जीतने दी : मायावती

punjabkesari.in Thursday, Nov 07, 2019 - 08:41 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा की 11 सीटों पर हाल में हुए उपचुनाव में एक भी सीट पर खाता नहीं खोल पाने वाली बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को दावा किया कि भाजपा एवं समाजवादी पार्टी ने एक सोची-समझी रणनीति के तहत उनकी पार्टी को एक भी सीट नहीं जीतने दी। मायावती ने पार्टी नेताओं की बैठक में यह बात कही। 

उन्होंने कहा कि अमरोहा से सांसद दानिश अली को दोबारा बसपा लोकसभा संसदीय दल का नेता बना दिया गया है और मुनकाद अली को प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पद पर बनाये रखने का फैसला किया गया है । गौरतलब है कि हाल में प्रदेश की 11 सीटों पर हुये विधानसभा उपचुनाव में बसपा एक भी सीट नही जीत पायी । अंबेडकरनगर की जलालपुर सीट जो पिछले विधानसभा चुनाव में बसपा के पास थी, वहां भी पार्टी हार गयी । मायावती ने बुधवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश इकाई के विभिन्न पदाधिकारियों, सांसदों व पार्टी विधायकों के साथ बैठक कर पार्टी गतिविधियों की गहन समीक्षा की।

बैठक के बाद जारी एक बयान में मायावती ने कहा, ''उप्र विधानसभा आमचुनाव से पहले बसपा का मनोबल गिराने के खास मकसद के तहत ही सत्ताधारी भाजपा व समाजवादी पार्टी ने एक सोची-समझी रणनीति के तहत ही भीतरी तौर पर आपस में मिलकर बसपा को एक भी सीट नहीं जीतने दी।'' उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में दलित एवं मुस्लिम गठजोड़ से सपा, भाजपा व अन्य विरोधी पार्टियां ‘‘काफी घबरा'' गयी थी। उनके अनुसार इस गठजोड़ को तोड़ने के लिए विधानसभा उपचुनाव में ‘‘यह सब कुछ जानबूझकर षड़यन्त्र के तहत'' किया गया। बसपा प्रमुख ने यह भी दावा किया कि सपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में यह कहा था कि ‘‘मुसलमानों को अधिक टिकट देने से भाजपा को लाभ पहुंचेगा।'' किंतु बसपा ने अपने अनुभवों के आधार पर मुसलमानों सहित सभी वर्ग के प्रतिनिधियों को टिकट दिया जिसका पार्टी को लाभ मिला।

उन्होंने कहा कि निवर्तमान लोकसभा संसदीय दल के नेता एवं जौनपुर से पार्टी सांसद श्याम सिंह यादव को प्रदेश में प्रमुख जिम्मेदारी दी गई है। राज्यसभा में बसपा के के नेता सतीश चन्द्र मिश्र आदि को भी पार्टी संगठन के नये महत्वपूर्ण काम में लगाया गया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मामले में धारा 370 को लेकर पार्टी के रुख का बचाव करते हुए कहा कि पार्टी ने बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की सोच के आधार पर यह कदम उठाया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी धर्म के आधार पर राजनीति नहीं करती और तीन तलाक आदि के मुद्दों पर लोगों को गुमराह करने से बचा जाना चाहिए। उन्होंने अयोध्या में राम जन्मभूमि विवाद और शाहबानो प्रकरण में कांग्रेस पर धर्म आधारित राजनीति करने का आरोप लगाया। 

Ajay kumar