‘BJP की हो रही जीत, कमल को करें वोट, नहीं तो..., सपा विधायक के बेटे का वाट्सएप चैट वायरल
punjabkesari.in Wednesday, Apr 24, 2024 - 08:08 PM (IST)
Meerut News, (आदिल रहमान): लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के मतदान में इंडिया गठबंधन की समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशी के रूप में मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट से पूर्व विधायक योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है। गठबंधन प्रत्याशी के चुनावी मैदान में उतरने से पहले सपा के द्वारा दो प्रत्याशी बदले गए जिसको लेकर पार्टी की अच्छी खासी फजीहत देखने को मिली थी जिसके बाद पूरा फिल्मी ड्रामा हुआ और इसके बाद मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में सुनीता वर्मा चुनावी मैदान में उतरीं। बाकायदा पार्टी के नेता उनके चुनावी प्रचार में लगे हुए हैं कि इसी बीच एक वायरल वीडियो सनसनी मचाए हुए है और सवाल ये खड़े कर रहा है कि आखिर सपा प्रत्याशी के साथ लगे नेता उन्हें चुनाव जिताना भी चाह रहे हैं या नहीं।
दरअसल, सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार के दौरान कैबिनेट मंत्री रहे शाहिद मंजूर के पुत्र नवाजिश शाहिद का एक व्हाट्सएप चैट का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें नवाजिश शाहिद किसी व्यक्ति से योगेश वर्मा को चुनावी समर्थन न देने की बात कह रहे हैं। इस व्हाट्सएप चैट के वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री और मौजूदा विधायक शाहिद मंजूर के बेटे नवाज़िश शाहिद किसी व्यक्ति से कह रहे हैं कि मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट पर तो कमल ही खिलेगा यानी भारतीय जनता पार्टी की चुनावी जीत होगी। साथ ही व्हाट्सएप चैट में नवाजिश शाहिद इस बात को भी कह रहे हैं कि बस साथ रहने का दिखावा किया जाए और पूर्व विधायक ने भी हमारी मुखालफत की थी।
इसके बाद सामने वाला व्यक्ति नवाज़िश शाहिद से पूछता है कि कभी मंत्री जी नाराज हो जाएं तो... नवाज़िश शाहिद मैसेज करके इस व्यक्ति से कहते हैं की उन्होंने ही ऐसा करने के लिए बोला है। लेकिन इस बात को किसी से कहा ना जाए। अंत में नवाज़िश शाहिद इस व्यक्ति को मैसेज करते हुए कहते हैं कि सबको समझाओ कमल ही जीतेगा और अपनी वोट खराब ना करें। इतना ही नहीं इस वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक के बेटे मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में उतरी सुनीता वर्मा के पति पूर्व विधायक योगेश वर्मा को जाति सूचक शब्द भी कह रहे हैं।
गौरतलब है कि नवाजिश शाहिद लखनऊ के अलाया एपार्टमेंट के ज़मीदोज़ होने के बाद चर्चाओं में आए थे। इस दर्दनाक हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई थी और पुलिस ने नवाज़िश शाहिद को जेल भेजा था।ऐसे में मतदान से महज़ कुछ दिन पहले ही इस वीडियो का वायरल होने के बाद राजनीतिक हलचल मची हुई है और सवाल ये खड़े हो रहे हैं कि क्या गठबंधन प्रत्याशी के साथ खड़े होकर उन्हें चुनावी जीत हासिल कराने का दावा करने वाले और अपना समर्थन देने का दावा करने वाले क्या उनके साथ हकीकत में है भी या नहीं ।