गलत रिपोर्ट न बनाने पर भाजपा नेता ने डॉक्टर को पीटा, जान से मारने की दी धमकी!

punjabkesari.in Monday, Mar 27, 2017 - 02:17 PM (IST)

मेरठ (आदिल रहमान): मेरठ मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड के ईएमओ के साथ मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। आरोप भाजपा के एक नेता पर लगा है। इस दौरान मेडिकल इमरजेंसी में डॉक्टरों और बीजेपी नेता और उसके समर्थको के बीच जमकर हंगामा व नोंक झोंक भी हुआ। वहीं भाजपा नेता ने पुलिस पर भी उसके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया और सरेआम दरोगा का 24 घण्टों में इलाज बाँधने और देख लेने की धमकी दे डाली। इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनकर देखती रही।

क्या है पूरा मामला?
दरअसल, मेरठ मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड के ईएमओ नितिन यादव ने आरोप लगाया है कि गलत मेडिकल रिपोर्ट बनाने से मना करने के कारण बीजेपी नेता राहुल ठाकुर और उसके भाई ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके साथ मारपीट की। इतना ही नही दबंगों ने 'मेडिको लीगल रजिस्टर ' भी फाड़ डाला और डॉक्टर नितिन को जान से मारने की धमकी तक दे डाली। मेडिकल इमरजेंसी में दोनों पक्षों में काफी देर तक हंगामा होता रहा। पीड़ित डॉक्टर नितिन का कहना है कि राहुल ठाकुर और उसका भाई अपने साथियों के साथ आये। राहुल ठाकुर को हल्की फुलकी चोट लगी थी लेकिन उनपर गलत तरीके से रिपोर्ट को गंभीर दर्शाने का दबाव बनाया जा रहा था। मना करने पर दबंगों ने डॉक्टर के साथ हाथापाई की और रजिस्टर तक फाड़ डाला। 

जांच में जुटी पुलिस, जूनियर डॉक्टरों में रोष 
उधर इस मामले की शिकायत पीड़ित डॉक्टर ने मेडिकल थाना पुलिस से की है और मामले में आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई है। वहीं इस घटना के बाद से ही मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों में रोष व्याप्त है और उन्होंने जल्द आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है।

बीजेपी नेता ने पुलिस पर भी लगाया पिटाई का आरोप 
राहुल ठाकुर भाजपा का नेता है और काफी समय से क्षेत्र में गौहत्या के विरुद्ध आंदोलन करता आ रहा है। वहीं अपना पक्ष रखते हुए राहुल ठाकुर ने बताया कि आज उन्हें क्षेत्र में मीट की एक अवैध फैक्टरी चलने की सूचना मिली। जब वह मौके पर पहुँचे तो वहाँ पहले से ही मौजूद लोगों ने उसपर हमला बोल दिया। राहुल ने पुलिस पर भी पिटाई का आरोप लगाया है। इसी मामले में राहुल मेडिकल परीक्षण के लिए मेडिकल आया था। 

दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं लेकिन जिस तरह से भाजपा नेता और उसके समर्थकों ने खुलेआम डॉक्टर और पुलिस कर्मियों को भुगत लेने की धमकी दी उससे साबित होता है कि अब भाजपाइयों पर भी सत्ता का नशा चढऩे लगा है। वहीं मामला सत्तारूढ़ पार्टी के नेता से जुड़ा होने के कारण पुलिस अधिकारी भी कुछ बोलने से बच रहे हैं।