BJP सांसद व मंत्री में पुल के उद्धाटन को लेकर ठनी रार, कांग्रेस ने साधा निशाना

punjabkesari.in Wednesday, Jan 29, 2020 - 05:56 PM (IST)

कानपुर: देश में कोई भी सड़क या पुल जनता के पैसे से और जनता के लिए ही बनाया जाता है,लेकिन इन विकास योजनाओं के उद्घाटन को लेकर नेता इस कदर उतावले हो जाते हैं जैसे ये सब खुद उनके पैसे से बनाया गया हो। ऐसा ही एक नजारा कानपुर में चर्चा का विषय बन गया है। कानपुर सीओडी क्रांसिग पर बने पुल के उद्घाटन को लेकर बीजेपी के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना और बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी के बीच नाक की लड़ाई बन गई है।

बता दें कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने सीओडी पुल का उद्घाटन कर दिया था। उद्घाटन के समय महाना के समर्थक उनकी नारेबाजी भी कर रहे थे। खुद कैबिनेट मंत्री ने ई-रिक्शा चलाकर सफर करने की शुरुवात कर दी थी।

वहीं दो दिन बाद इसी पुल को बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी ने यह कहकर बंद करवा दिया की ये योजना केंद्र सरकार की है इसका उद्घाटन केंद्रीय परिवहन मंत्री को करना था और पुल की रेलिंग अभी अधूरी है इसलिए उसको बंद करवा दिया गया है।

सीओडी के इस पुल पर दो दिन से लाखों यात्री का आना जाना हो रहा था,लेकिन बुधवार की सुबह जब बेरिकेटिंग लगाकर बंद  किया गया तो यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। आपको बता दे कि सन् 2007 में इस पुल निर्माण को पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री प्रकाश जायसवाल ने अपनी सरकार में कराना शुरू किया था जिसे 2012  में बनकर तैयार होना था। लेकिन लेट लतीफी से जहां इसकी लागत दोगुनी होकर 54 करोड़ हो गई वहीं पुल अभी भी राजनैतिक पेशबंदी में फसा है। अब आलम यह है कि बीजेपी के मंत्री और सांसद की लड़ाई में विपक्षी भी अपनी रोटी सेक रहे हैं।

कांग्रेस उप चुनाव प्रत्यासी करिश्मा ठाकुर का कहना है कि ये सांसद और मंत्री के वर्चस्व की लड़ाई है। इस पुल की योजना के लिए कांग्रेस के पूर्व सांसद व केन्द्रीय मंत्री शिवपाल जायसवाल ने मंजूर दिलाई थी। जिसके बाद इस पुल का निर्माण शुरू हुआ था। जिसका श्रेय लेने के लिए बीजेपी के मंत्री और सांसद आपस में भिड़े जा रहे है जबकि जनता परेशान हो रही है।  लेकिन दो दिन पहले मैने देखा कि महाना जी ई-रिक्शा में बैठकर इसका उद्घाटन किए थे। उसके 24 घंटे में बजरी फट जाती है नुकशान होता है। 13 सालों से इस पुल का निर्माण चल रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार कानपुर जनता को मूर्ख बनाने का कम कर रही है।

यात्री सुमित झा ने बताया कि कानपुर साउथ की इतनी बड़ी आबादी है कि लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पुल के एक साइड की रोड़ के चलने से जाम लगना फिर से शुरू हो गया है। भाजपा के सांसद और मंत्री के आपस की बात को लेकर आखिर जनता क्यों परेशान हो। 10 सालों से अधिक का समय हो गया अभी भी पुल सुचारू रूप से नहीं चल सका है। पुल अधूरा है तो उसका काम कराया जाए लाइटिंग कराई जाए। क्या प्रशासन किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रही है?

ये पुल कानपुर साउथ की लाखों जनता की मांग पर बनवाया जा रहा है, जिसको लेकर काफी राजनैतिक आरोप-प्रत्यारोप पक्ष-विपक्ष में होते रहे है। लेकिन अब सवाल ये है की बीजेपी सरकार के ही मंत्री-सांसद आपस में क्यों जनता की योजना पर अपनी प्रतिष्ठा बना रहे है। अगर योजना केंद्र की थी तो भी आधे में ही मंत्री ने उद्घाटन क्यों किया अगर मंत्री सही थे तो सांसद ने पुल क्यों बंद कराया।   

 

Tamanna Bhardwaj