सपा के राजनीतिक एवं आर्थिक प्रस्ताव में निशाने पर रही बीजेपी

punjabkesari.in Thursday, Oct 05, 2017 - 04:29 PM (IST)

आगराः सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में पारित राजनीतिक एवं आर्थिक प्रस्ताव में मुख्य रूप से बीजेपी ही निशाने पर रही। सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में राजनीतिक एवं आर्थिक प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि भाजपा ने जिस तरह हथकंडे अपनाते हुए इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन का दुरुपयोग किया, मीडिया के सहारे सफेद झूठ बोलकर, धार्मिक उन्माद फैलाकर और झूठे नारे देकर सत्ता हासिल की, उससे भाजपा की तुलना हिटलर से की जा सकती है।

सर्जिकल स्ट्राइक पर भी साधा निशाना
यादव ने प्रस्ताव में सर्जिकल स्ट्राइक का प्रचार किए जाने पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इसके बाद आतंकवाद और बढ़ा है तथा सीमा पर रोजाना सैनिक शहीद किए जा रहे हैं। विदेश नीति की नाकामी की निशानी है कि हमारे सम्बन्ध अपने मित्र देशों से भी खराब हो गए हैं।

पीएम के वादे हुए झूठे साबित
यादव ने प्रस्ताव के हवाले से कहा कि भाजपा ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में हर साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन पिछले 3 साल में करोड़ों लोगों की रोजी-रोटी तक भी छिन गई। ताजा आर्थिक सर्वेक्षण के आंकड़े सरकार की नाकामी की कहानी कह रहे हैं। इससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वादे झूठे साबित हुए हैं।

नोटबंदी से करोड़ों लोग हुए बेरोजगार
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के परिणामस्वरूप असंगठित क्षेत्र पूरी तरह ठप हो गया। करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए। इससे सकल घरेलू उत्पाद की दर 2 प्रतिशत से ज्यादा गिर गई। 99 प्रतिशत पुरानी करेंसी वापस बैंक में आ गई। अब मोदी बताएं कि काला धन कहां गया।

जीएसटी से देश में बढ़ी महंगाई
यादव ने कहा कि पीएम मोदी ने जीएसटी लागू करते वक्त कहा था कि इसका मतलब गुड एण्ड सिम्पल टैक्स है, लेकिन स्थिति यह है कि इसे ना तो व्यापारी समझ पा रहे हैं और ना ही अधिकारी। जीएसटी लागू होने से महंगाई बेतहाशा बढ़ी है। सिर्फ विदेशी कम्पनियों को फायदा पहुंचाने के लिए इसे लागू किया गया है। अभी तक दुनिया के जिस देश की सरकार ने जीएसटी लागू किया है, वह दोबारा सत्ता में नहीं लौटी। मोदी सरकार के साथ भी ऐसा ही होगा।