भाजपा की राजनीति नफरत और समाज को लड़ाने की: अखिलेश

punjabkesari.in Monday, Nov 30, 2020 - 06:24 PM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि गुरू नानक देव ने जात- पात और नफरत के खिलाफ आवाज़ उठाकर नया संदेश दिया था जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीति नफरत बांटने और समाज को आपस में लड़ाने की है।  गुरू नानक देव के 551वें प्रकाश पर्व के मौके पर उन्होने कहा कि सिख समाज मेहनती है और पूरी दुनिया में उन्होंने भारत का मान बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने भारत की छवि बिगाड़ी हैं वह झूठ का रास्ता अपनाती है। गुरू नानक ने जातपांत और आपस में नफरत के खिलाफ आवाज उठाकर नया संदेश दिया था। भाजपा की राजनीति नफरत बांटने और समाज को आपस में लड़ाने की है।

  उन्होने कहा कि गुरू नानक देव पूरे मानव जगत के थे। उन्होंने जो रास्ता दिखाया वही सच्चा रास्ता है। हमें उस पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होने परमात्मा की प्राप्ति के लिए पाखण्ड, भ्रम व जादू टोना आदि का खण्डन कर सिमरन पर बल दिया। उनकी शिक्षाओं से समाज में नई तबदीली आई और उसको नई शक्ति तथा सम्मान मिला। उन्होंने धर्म का सच्चा व सही स्वरूप दिखाया।

उन्होंने व्यक्तियों को मानवीय स्वतंत्रता का संकल्प दिया।  उप्र पंजाबी अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष सरदार हरपाल सिंह जग्गी ने अरदास करते हुए  यादव को 2022 में उत्तर प्रदेश का पुन: मुख्यमंत्री बनाने की शुभकामना की। उन्होंने बताया कि समाजवादी सरकार के समय ही सिख समाज और पंजाबी भाषा को सम्मान मिला। भाजपा ने तो उन्हें उपेक्षित और अपमानित करने का काम किया है। समाजवादी सरकार में गुरमुखी शिक्षण के लिए 55 लाख रूपए के वजीफे कक्षा 8 से 12 तक के छात्र-छात्राओं में बांटे गए थे। 

 जग्गी ने बताया कि भाजपा राज में गुरमुखी प्रोत्साहन योजना के तहत छात्र-छात्राओं की स्कालरशिप समाप्त कर दी गई है। पंजाबी अकादमी का बजट भाजपा के निजी कार्यक्रमों पर खर्च हो रहा है। साहित्यकारों, कलाकारों को राज्य सम्मान से वंचित कर दिया गया है। यशभारती सम्मान बंद कर उनकी पेंशन भी खत्म कर दी गई है। सिख समाज की ओर से यादव को सरोपा, कृपाण, स्वर्णमंदिर की प्रतिकृति तथा गुरू नानक देव का चित्र भेंट कर सम्मानित किया।

Ramkesh