वाराणसी नगर निगम उपचुनाव में BJP का कब्जा बरकरार

punjabkesari.in Thursday, Dec 28, 2017 - 11:50 AM (IST)

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी नगर निगम में चेतगंज वार्ड पार्षद के उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार शंकर साहू ने जीत दर्ज की है। इस वार्ड में भाजपा का अपना कब्जा बरकरार रखने से निगम सदन में पार्टी पार्षदों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है। पहली दिसम्बर को भाजपा ने महापौर के अलावा 89 में से 37 पार्षद पद पर जीत दर्ज कर अपना दबदबा बरकरार रखा था।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि साहू ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस की अंकिता श्रीवास्तव को 163 मतों के मामूली अंतर से पराजित किया। उन्होंने बताया कि गुरुवार को हुई मतगणना में साहू को 1645 और श्रीवास्तव को 1482 मतदाताओं का समर्थन हासिल हुआ। समाजवादी पार्टी के दीपू यादव 505 तथा बहुजन समाजवादी पार्टी के अनिल को 308 मतदाताओं ने साथ दिया और वे तीसरे एवं चौथे स्थान रहे। निर्दलीय उम्मीदवार मनीष मिश्र को मात्र 152 मतों से संतोष करना पड़ा।

चुनाव अधिकारी ने बताया कि वाराणसी नगर निगम के महापौर एवं 90 में 89 पार्षद पद के लिए गत 26 नवम्बर को मतदान हुए थे, लेकिन उससे पहले 21 नवम्बर को चेतगंज वार्ड के कांग्रेस के उम्मीदवार अनिल कुमार श्रीवास्तव के आकस्मिक निधन के बाद यहां मतदान स्थगित कर दिया गया था। गत 26 दिसम्बर को हुए उपचुनाव में स्वर्गीय श्रीवास्तव की श्रीवास्तव ने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर पार्षद पद के लिए अपना भाग्य आजमाया था।  चुनाव स्थगित होने के एक माह बाद 26 दिसम्बर को हुए मतदान में 9447 मतदाताओं में से 4119 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस प्रकार से 43.60 फीसदी मतदान हुआ था।

उल्लेखनीय है कि राज्य में नगर निकायों के द्वितीय चरण में वाराणसी की रामनगर पालिका पारिषद एवं गंगापुर नगर पंचायत के अध्यक्ष एवं सदस्यों के अलावा नगर निगम के महापौर और 89 वार्डों के पार्षद पदों के लिए मतदान हुआ था। पहली दिसम्बर को हुए मतगणना में निगम में भाजपा ने महौपर पद के साथ 37 वार्डों जीत दर्ज की थी, जबकि गंगापुर नगर पंचायत एवं रामनगर पालिका परिषद के चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन बेहद खराब रहा।

दोनों जगहों के अध्यक्ष पदों पर कांग्रेस एवं उसकी बागी प्रत्यशी ने कब्जा किया, जबकि भाजपा उम्मीदवारों को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था। वहीं, कांग्रेस ने अपने पिछला प्रदर्शन 18 से सुधारते हुए 22 क्षेत्रों में सफलता का परचम लहराया था। समाजवादी पार्टी (सपा) 17 और बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) के दो जबकि निर्दलीय के तौर 11 पर उम्मीदवार पार्षद पद के लिए विजयी घोषित किए थे।