महिला अपराध पर भाजपा का ‘जीरो टॉलरेंस'' का दावा पूरी तरह शून्य: अखिलेश यादव
punjabkesari.in Monday, Dec 29, 2025 - 10:02 AM (IST)
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को बर्बाद कर दिया है और महिला अपराध पर उसका ‘जीरो टॉलरेंस' का दावा पूरी तरह शून्य साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि देश में सबसे अधिक महिला अपराध की घटनाएं उत्तर प्रदेश में हो रही हैं और प्रदेश के हर हिस्से पूरब, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण में बहन-बेटियों और माताओं के साथ अत्याचार की घटनाएं रोज सामने आ रही हैं।
'पुलिस बेलगाम है और भ्रष्टाचार चरम पर है'
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में पुलिस बेलगाम है और भ्रष्टाचार चरम पर है। अपराधी और अराजक तत्व खुलेआम वारदातें कर रहे हैं, जबकि पुलिस-प्रशासन भाजपा नेताओं के दबाव में काम कर रहा है। इसका नतीजा यह है कि पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का गृह जनपद गोरखपुर हो या प्रदेश के अन्य जिले कहीं भी अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। उन्होंने रामपुर में कार में छात्रा से छेड़छाड़ और दुष्कर्म के प्रयास तथा बस्ती में छेड़खानी की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि ये तो महज उदाहरण हैं। पूरे प्रदेश में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं और पुलिस इन पर नियंत्रण करने में विफल है। महिला अपराध के मामलों में उत्तर प्रदेश नंबर वन बन चुका है।
'यूपी को बर्बादी की ओर ले जा रही है भाजपा'
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा की सरकार में महिलाओं की सुरक्षा के लिए 1090 सेवा शुरू की गई थी, जहां एक फोन कॉल पर पुलिस तत्काल मदद पहुंचाती थी। भाजपा सरकार ने इस सेवा को भी बदहाल कर दिया, जिससे महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा कमजोर हुई है। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा शासन में हर तरह का अपराध और अवैध कारोबार बढ़ता जा रहा है। नशे का कारोबार ऊपर से नीचे तक फल-फूल रहा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अपराध के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस' का जुमला कहीं नशे में पड़ा होगा, तभी अपराधी और माफिया बेखौफ होकर अपना नशीला और जहरीला कारोबार चला रहे हैं। इन अवैध कारोबारियों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है, जबकि पुलिस-प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है। भाजपा सरकार उत्तर प्रदेश को बर्बादी की ओर ले जा रही है। इस सरकार में न महिलाएं सुरक्षित हैं, न युवा और न ही व्यापारी।

