BJP का छुपा एजेंडा है कि समाज में पैदा हो असंतोष: अखिलेश

punjabkesari.in Wednesday, Apr 11, 2018 - 08:10 AM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी का एजेंडा विकास है और उसका लक्ष्य सामाजिक सद्भाव तथा लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करना है। राजनीति में जाति-धर्म का घालमेल नहीं होना चाहिए। भाजपा द्वारा समाज के ध्रुवीकरण की खतरनाक राजनीति से जनता को सचेत और सतर्क करने में हमें जरा भी चूक नहीं करनी चाहिए।

यादव ने कहा कि भाजपा का छुपा एजेंडा है कि समाज में असंतोष पैदा हो और विषमता में वृद्धि हो। गोरखपुर और फूलपुर में समाजवादी पार्टी की शानदार जीत से भाजपा की बोली बिगड़ गई है। भाषा की मर्यादा टूट गई है। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के परस्पर सहयोग को षड्यंत्र बताया जा रहा है। भाजपा अपने कुप्रचार से 2019 के चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश में है।

उन्होंने कहा कि आज स्थिति यह है कि उत्तर प्रदेश में अपराधों पर कोई रोक नहीं है। न्याय की बात कोई सुनने वाला नहीं है। राजभवन जो पहले बहुत सक्रिय रहता था आजकल मौन है। चारों तरफ  महंगाई और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। समाजवादी सरकार से भाजपा सरकार का काम में कोई मुकाबला नहीं है इसलिए विकास के झूठे दावे किए जा रहे हैं। इन्वैस्टर्स मीट का बड़ा हल्ला मचा लेकिन प्रदेश में पूंजी और उद्योग लगाने का वादा करने वाले कहां गुम हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आरएसएस और भाजपा की नीतियां सामाजिक व न्याय की विरोधी हैं।

उन्होंने कहा कि जिस समाज में घोर गरीबी और बेरोजगारी हो वहां भाजपा समरसता की बात कैसे कर सकती है। 20 करोड़ लोग भूखे सोने को मजबूर हैं। कर्ज, बेकारी और गरीबी से तंग आकर 4 वर्ष में लगभग 50 लाख किसान खेती छोड़कर पलायन कर गए हैं। प्रतिमाह लगभग 1 हजार किसान आत्महत्या कर रहे हैं। केवल भारत में किसान आत्महत्या कर रहा है। दुनिया के किसी भी देश में आत्महत्या किसान नहीं करता है। किसानों पर 12 लाख 60 हजार करोड़ का कर्ज है जबकि बड़े पूंजीपतियों का 17 लाख करोड़ रुपए का ऋण माफ कर दिया गया।

उन्होंने कहा कि नौजवान बेरोजगारी के शिकार हैं। उन्हें 2 करोड़ नौकरी देने का भाजपा का वादा कोरा ही रहा। युवा पीढ़ी पर हताशा और कुंठा की काली छाया है। भाजपा राज में कानून की धज्जियां उड़ रही हैं। यह सरकार बलात्कारियों का बचाव कर रही है। बेटी बचाओ का नारा देती है और रोज ही बच्चियां दुष्कर्म की शिकार हो रही हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी, जीएसटी से व्यापार चौपट है। छोटे-छोटे लाखों उद्योग बंद हो गए हैं। चीन से एक साल में जितना आयात होता है उतना तो यूपी का बजट है। उन्होंने कहा कि देश के करोड़ों बच्चों के पास किताबें नहीं हैं। देश के 37 प्रतिशत स्कूलों में बिजली नहीं है।

Punjab Kesari