BJP की योजना राजस्व बढ़ाने से ज्यादा भ्रष्टाचार बढ़ाने की: अखिलेश यादव

punjabkesari.in Thursday, Dec 05, 2024 - 11:58 AM (IST)

लखनऊ: जीएसटी परिषद द्वारा कई वस्तुओं पर कर बढ़ाए जाने की संभावना की खबरों को लेकर केंद्र पर प्रहार करते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की योजना राजस्व बढ़ाने से ज्यादा भ्रष्टाचार बढ़ाने की है। अखिलेश ने ‘एक्स' पर लिखा, “कहां तो भाजपाई कह रहे थे “एक देश, एक कर।”

'टैक्स की रेट्स को बेतहाशा बढ़ाने के पीछे बड़ा खेल'
अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ''कहां तो भाजपाई कह रहे थे ‘एक देश, एक टैक्स’ लेकिन उनकी ये बात भी ‘जुमलाई झूठ’ निकली क्योंकि अब वो टैक्स की नयी स्लैब ला रहे हैं। जब ‘एक टैक्स, कई स्लैब’ हैं तो ‘एक टैक्स’ का नारा सही मायनों में झूठा ही साबित हुआ ना। दरअसल टैक्स की रेट्स को बेतहाशा बढ़ाने के पीछे एक बड़ा खेल है। ये राजस्व बढ़ाने से ज़्यादा भ्रष्टाचार बढ़ाने और फिर अधिकारियों के माध्यम से दुकानदारों, कारोबारियों पर दबाव बढ़ाकर ज्यादा वसूली की भाजपाई योजना है। दुनिया का नियम है कि जितनी अधिक कर की दर होती है, उतनी ही अधिक कर की चोरी होती है, और जितनी अधिक कर की चोरी होती है, उतनी ही अधिक भ्रष्ट सत्ताधारियों की कमाई होती है।''

'टैक्स की चक्की में जनता ही पिसती है'
इससे आगे अखिलेश यादव ने कहा, ''भाजपा सरकार में टैक्स चुराने के लिए और उससे वसूली के लिए, पिछले दरवाजे के रास्ते पहले तैयार कर लिए जाते हैं, उसके बाद कोई नयी टैक्स प्लानिंग सामने के दरवाज़े से बाहर आती है। हर टैक्स को चुकाने का बोझ आख़िर में जनता पर ही आता है, इसलिए घूम फिर कर टैक्स की चक्की में जनता ही पिसती है, जनता ही मारी जाती है।'' अखिलेश ने एक समाचार पत्र की ‘कटिंग' भी इस पोस्ट में साझा की है जिसका शीर्षक है, “सिगरेट, तंबाकू पर जीएसटी बढ़ाकर 35 प्रतिशत की जा सकती है, जीएसटी परिषद का निर्णय 21 दिसंबर को। 


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Content Editor

Pooja Gill

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