उत्तर प्रदेश को उजाड़कर ही दम लेगी BJP : अखिलेश

punjabkesari.in Saturday, Aug 11, 2018 - 09:36 AM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि जातिवाद और साम्प्रदायिक उन्माद लोकतंत्र के लिए अभिशाप है और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) इस तरह की राजनीति को सफलता के लिए आसान तरीका मानती है। यादव पार्टी मुख्यालय पर उनसे मिलने आए लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने भाजपा पर समाज को बांटने और परस्पर सछ्वाव को बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह उनकी साजिश का हिस्सा है। अखिलेश ने कहा कि ऐसा लगता है कि भाजपा का संकल्प है कि उत्तर प्रदेश को उजाड़ कर ही दम लेंगे। विकास में अवरोध पैदा करना भी उनकी फितरत में शामिल है। सपा सार्थक और सकारात्मक राजनीति में विश्वास रखती है और जाति-धर्म की विभेदकारी नीतियों से परहेज करती है।

उन्होंने कहा कि राज्य में कानून का राज नहीं रह गया है। सबसे बड़ा संकट उन निर्दोष लोगों के सामने है जिन पर कुछ अधिकारी भाजपा के इशारे पर फर्जी मामलों में फंसा रहे हैं। सपा ऐसे अधिकारियों के विरूद्ध तथ्य एकत्र कर रही है और समय आने पर वे कार्रवाई से बच नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय की पक्षधर है और हमारी मांग है कि जाति जनगणना के आधार पर आनुपातिक अधिकार, अवसर और सम्मान दिया जाए। सभी के साथ न्याय संगत व्यवहार हो।

यादव ने कहा कि मथुरा में उनकी सरकार के कार्यों की नाम पट्टिका को भाजपा के इशारे पर हटाया जा रहा है। भाजपा सरकार में शिलान्यास का शिलान्यास तथा उद्घाटन का उद्घाटन की नई परम्परा विकसित हुई है जो लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि कई कार्यकर्ताओं ने शिकायत की कि उनपर भाजपा नेताओं के इशारे पर फर्जी मुकदमें लगाए जा रहे हैं। आमतौर पर शिकायत है कि योगी सरकार रागद्वेष से काम कर रही है। लोगों ने यह भी कहा कि जो विकास समाजवादी सरकार में हुआ भाजपा सरकार में उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। भाजपा समाज में नफरत को बढ़ावा देकर राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति रही है जो अनैतिक है।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि उनके संज्ञान में लखनऊ, इलाहाबाद और बनारस विश्वविद्यालयों में छात्रों के उत्पीड़न का मामला भी आया है। छात्र नेताओं ने बताया कि छात्रों-युवाओं को फर्जी केसों में जेल भेजा जा रहा है। एक माह से ऊपर हो गया लखनऊ विश्वविद्यालय के कई छात्र नेता अभी भी जेलों में कैद हैं। बड़ी संख्या में मेरिट के छात्रों को भी विश्वविद्यालय में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। उनके साथ बदले की भावना से व्यवहार किया जा रहा है।

Anil Kapoor