सरकारी अस्पताल में रेमडीसिविर का काला धंधा, आधा मरीज को तो आधे की करते थे ब्लैक मार्केटिंग
punjabkesari.in Saturday, May 01, 2021 - 10:43 AM (IST)
कानपुरः सरकारी मेडिकल विभाग में कमाई का खेल इस कदर हावी है कि उसे न तो सरकार का डर है और न ही अपने प्रशासनिक अधिकारियों की सख्ती का। जहां कानपुर क्राइम ब्रांच टीम के जवानों ने हैलट हॉस्पिटल दो कर्मचारियों को वैक्सीन की कालाबाजारी करते वक्त रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद पूछताछ और मिले सबूतों के आधार पर ज्ञात हुआ कि गिरफ्तार किए गए कर्मचारी हैलट अस्पताल में बतौर वार्ड ब्याय के पद पर कार्यरत हैं जो कोरोना मरीजों को दिए जाने वाले रेमडीसिविर इंजेक्शन में खेल का जेम करने में जुटे हुए थे।
बता दें कि जिसके चलते उक्त कर्मचारी मरीज को दिए जाने वाले इंजेक्शन के डोज का आधा डोज दिया करते थे। बाकी आधे डोज की ब्लैकमेलिंग करते थे जिसके आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार वार्ड ब्याय की निशादेही पर दो और लोगों को हिरासत में लिया है जो हैलट अस्पताल में प्राइवेट कर्मचारी के पद पर कार्यरत थे।
कानपुर नगर के डीसीपी सरताज पाटिल ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि आधे इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के दौरान वह दस हजार से बीस हजार रुपये एठने का काम करते थे। जिसके खुलासे के बाद जिले के कमिश्नर असीम अरुण के निर्देशानुसार स्वरूप नगर थाने में गिरफ्तार लोगों के खिलाफ एफआईआर करके जेल भेजने की तैयारी कर ली गयी है। साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम इनके गैंग में शामिल अन्य लोगो की तलाश में जुट गई है।