कालाबाजारी का खेलः 20 लाख के सरकारी एंटीजन किट बरामद, 2 कर्मचारी समेत तीन आरोपी गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, Jun 18, 2021 - 04:44 PM (IST)

गोंडाः यूपी के गोंडा में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से 20 लाख रुपए के एण्टीजन किट की कालाबाजारी करने का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक काउंसलर समेत 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से भारी मात्रा में किट बरामद किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक स्कॉर्पियो गाड़ी से 82 डिब्बा कोरोना जांच किट बरामद की गई। बताया जाता है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए जारी की गई इन किटो को अस्पताल के कर्मचारियों की मिलीभगत से प्राइवेट पैथोलॉजी लैब पर बेचकर मोटी रकम कमाई जाती थी। 

अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने बताया कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान स्कॉर्पियो गाड़ी को रोक कर चेक किया गया तो उसमें 82 डिब्बा एंटीजन किट बरामद की गई। पूछताछ के दौरान गाड़ी में सवार लोग कोई सही जवाब नहीं दे सके। इन्हें नगर कोतवाली लाया गया स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर गहनता से जांच की गई। तो पता चला यह किट सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को कोरोना के संभावित मरीजों की जांच के लिए जारी की गई थी। 

मौके से तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। इनके विरुद्ध आपदा प्रबंधन महामारी अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। पकड़े गए अभियुक्तों में मोतीगंज थाना के गांव मदनापुर भान निवासी सुरेंद्र कुमार शुक्ला नवाबगंज में पैथोलॉजी लैब चलाता है। जबकि उन्नाव जनपद के जगदीशपुर थाना क्षेत्र के गांव अजगैन निवासी शिवम सिंह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नवाबगंज पर काउंसलर के पद पर तैनात है और वजीरगंज थाना के गांव मझगवां निवासी विनीत सिंह मेडिकल मोबाइल बैन का कर्मचारी है। 

विवेचना के दौरान पता चला है कि इसमें अन्य स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की संलिप्तता है। यह लोग इन जांच कीटों को लखनऊ व कानपुर के अस्पतालों में बेचते थे। अन्य कर्मचारियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक द्वारा टीमों का गठन कर दिया गया। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। विधिक कार्यवाही की जा रही है।


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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