पंडितों-गुर्जरों में खूनी संघर्ष; हुआ जमकर पथराव, चली गोलियां

punjabkesari.in Monday, Oct 23, 2017 - 05:08 PM (IST)

देवबंद: कोतवाली क्षेत्र के गांव तल्हेड़ी बुजुर्ग में दीवाली के दिन पटाखे छुड़ाने को लेकर हुई मारपीट की मामूली घटना के बाद रविवार को दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। संघर्ष के दौरान दोनों पक्षों में जमकर गोलियां चलीं और पथराव हुआ,जिसमें करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया।

जानकारी के अनुसार क्षेत्र के गांव तलहेड़ी बुजुर्ग में विगत 19 अक्तूबर की रात्रि संदीप पुत्र सगवा अपने साथियों के साथ एक दुकान के सामने पटाखे छुड़ा रहा था। इसी दौरान पड़ोस में रहने वाले निशांत शर्मा ने दुकान पर पटाखे रखे होने की बात कहते हुए वहां आतिशबाजी करने से मना किया तो इस पर संदीप ने उसके साथ मारपीट कर दी। उस समय तो मामला निपट गया।

आरोप है कि रविवार को इसी रंजिश के चलते दोनों पक्ष फिर से आमने-सामने आ गए और देखते ही देखते उनके बीच पथराव होने लगा। इतना ही नहीं बताया गया है कि दोनों पक्षों के बीच फायरिंग भी हुई जिसमें गोली लगने से मनीष उर्फ  पिंटू घायल हो गया जबकि पथराव में संदीप, शशि मोहन, मोनू, नीटू, निशांत शर्मा आदि घायल हो गए।

सूचना मिलते ही सी.ओ. सिद्धार्थ और कोतवाल पंकज त्यागी भारी पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण किया। इस बीच जानकारी मिलने पर गांव में पहुंचे एस.पी. देहात विद्या सागर मिश्र ने घटना की जानकारी ली जिसके बाद पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद मनीष को जिला अस्पताल रैफर कर दिया गया।

कोतवाल पंकज कुमार त्यागी का कहना है कि दीवाली के दिन पटाखे छुड़ाने को लेकर मारपीट हुई थी जिसकी रंजिश में रविवार को फिर से उनकी बीच मारपीट हुई है। पुलिस ने दोनों पक्षों के कई लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं, पीड़ित ग्रामीणों का आरोप था कि रविवार को हुआ संघर्ष पुलिस की लापरवाही की देन है। यदि पुलिस शनिवार को दी गई तहरीर पर कार्रवाई करती तो गांव में इतना बड़ा बवाल न होता।