Braj Ki Holi 2024:बसंत पंचमी के साथ ब्रज में शुरु हुआ 40 दिवसीय होली उत्सव, मंदिरों में उड़ा खूब अबीर-गुलाल
punjabkesari.in Wednesday, Feb 14, 2024 - 03:43 PM (IST)
Mathura News, (मदन सारस्वत): बसंत पंचमी पर वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में बुधवार को पुजारियों ने पहले भगवान के गालों पर गुलाल लगाया। इसके बाद प्रसादी गुलाल भक्तों पर डालकर बृज की होली महोत्सव का शुभारंभ किया। इस दौरान मंदिर में भगवान बांके बिहारी के जयघोष लगे।
बता दें कि बसंत पंचमी पर्व से कान्हा की नगरी में चालीस दिवसीय होलिकोत्सव का आगाज हो चुका है। प्रसिद्ध बांकेबिहारी समेत मन्दिर देवालयों में जमकर अबीर-गुलाल उड़ाया गया। होली की मस्ती में श्रद्धालु सराबोर नजर आये। पूरे देश में वैसे तो होली का पर्व सवा महीने बाद मनाया जायेगा। लेकिन पूरे विश्व से अनूठी ब्रजभूमि में होलिकोत्सव का आगाज हो चुका है। कहावत है कि सब जग होरी, या ब्रज होरा।
श्री राधाकृष्ण की लीला से जुड़े ब्रजमंडल में बसंतपंचमी पर्व से ही होली का उल्लास शुरू हो जाता है। जो पूरे चालीस दिन तक छाया रहता है। प्रसिद्ध बांकेबिहारी मन्दिर में श्रंगार आरती के बाद सेवायत गोस्वामी द्वारा होली के पदों का गायन करते हुए ठाकुरजी के गालों पर प्राकृतिक तरीके से तैयार अबीर गुलाल लगाये गये। कमर में गुलाल का फेंटा बांधा गया। इसके साथ ही पूरे मन्दिर परिसर में रंग-बिरंगे गुलाल की बदरी छा गयी। हजारों भक्त इस अनूठे माहौल में सराबोर नजर आये।
बसंत पंचमी पर्व से फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तक राजभोग आरती व शयन आरती के समय प्रतिदिन सेवायत गोस्वामी समाज द्वारा ठाकुरजी जी के समक्ष होली के पदों का गायन कर गुलाल निवेदित किया जाएगा। वैसे वृंदावन धाम में रंगभरनी एकादशी यानि 20 मार्च से होली की धूम शुरू होगी। इस दिन से पूरे नगर में रंग, अबीर, गुलाल की बदरी छाई दिखाई देगी।