BRD मेडिकल कालेज में पसरा सन्नाटा, मरीजों ने पकड़ी दूसरे अस्पतालों की राह

punjabkesari.in Saturday, Aug 12, 2017 - 04:10 PM (IST)

गोरखपुर: पूर्वी उत्तर प्रदेश के नामी गिरामी अस्पतालों की फेहरिस्त में शुमार गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में पिछले 36 घंटे में 33 बच्चों की मृत्यु के बाद सन्नाटा पसरा हुआ है। बड़ी संख्या में मासूमों की मौत से दहशत में आए तीमारदार अपने मरीजों को निजी अस्पतालों में ले जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संसदीय क्षेत्र में स्थित इस मेडिकल कालेज में एहतियात के तौर पर बडी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है वहीं बच्चों की अकाल मृत्यु पर राजनीति शुरू हो गई है। इस बीच ताजा हालात का जायजा लेने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का एक दल यहां पहुंच गया। तीमारदारों की शिकायत है कि वरिष्ठ चिकित्सक घटना के दिन 2 बजे रात से दूसरे दिन 12 बजे तक वार्डों में नहीं पहुंचे। उधर इलाज और देखरेख के अभाव में बच्चे एक-एक कर दम तोडते गए। हालांकि कालेज में 100 बिस्तर वाले मस्तिष्क ज्वर वार्ड के प्रभारी डा. काफिल खान अपने संसाधनों और अपने एटीएम से पैसा निकालकर आक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था करते रहे।

अस्पताल सूत्रों ने बताया कि डा. काफिल खान रात 3 बजे ही अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने सीमा सशस्त्र बल (एसएसबी) के अस्पताल को फोन कर कुछ आक्सीजन सिलेन्डर मंगाए मगर सुबह 7 बजे तक ये सिलेंडर भी समाप्त हो गए। गौरतलब है कि मेडिकल कालेज अस्पताल में वर्ष 1978 से अब तक दिमागी बुखार से 25 हजार से अधिक मौतें हो चुकी है हालांकि हर साल मौत का ग्राफ बढ़ जाता है। अस्पताल में इलाज के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के अलावा बिहार के 6 जिले तथा पड़ोसी देश नेपाल के मरीज भी यहां आते है।