बृजेश पाठक ने कहा- डेंगू का डर दिखाकर जनता को बिना मतलब परेशान कर रहे विपक्षी दलों के नेता

punjabkesari.in Saturday, Nov 05, 2022 - 05:48 PM (IST)

गाजीपुर/ लखनऊ: उत्तर प्रदेश में डेंगू के मामले पर विपक्षी दलों के नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए उपमुख्‍यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को कहा कि वे डेंगू का डर दिखाकर जनता को बिना मतलब परेशान कर रहे हैं। शनिवार को यहां अंधऊ हवाई पट्टी पर बलिया जाने के लिए उतरे उपमुख्‍यमंत्री से पत्रकारों ने जब डेंगू के बढ़ते प्रकोप का हवाला देकर सवाल पूछा तो उन्‍होंने विपक्षी नेताओं पर सीधा आरोप लगाया कि वे डेंगू का डर दिखाकर जनता को बिना मतलब परेशान कर रहे हैं। 

पाठक ने दावा किया कि (मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की) सरकार ने डेंगू से निपटने की ऐसी पुख्ता व्यवस्था कर रखी है कि प्रदेश की जनता को डरने की कोई जरूरत नहीं है। पाठक के पास राज्य में चिकित्‍सा,स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण विभाग, चिकित्‍सा शिक्षा का दायित्व है। सवालों के जवाब में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों तथा कर्मियों को इस बात के लिए 24 घंटे मुस्तैद कर रखा है कि कोई भी व्यक्ति डेंगू से मरने न पाये, इसी से डेंगू नियंत्रण में है। पाठक ने कहा कि सरकार के मंत्री जिलों में घूम-घूम कर डेंगू से बचाव की व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि पिछले माह की तुलना में इस माह डेंगू के मरीजों में काफी कमी आयी है। उन्‍होंने दोहराया कि यह बीमारी पूरी तरह नियंत्रण में है।

डिप्टी सीएम ने दी नसीहत
पाठक ने नसीहत देते हुए कहा कि विपक्षी दल मीडिया के माध्यम से डेंगू का बखान कर जनता को डराने और दुख पहुंचाने से बाज आये। इधर, शनिवार को ही राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी ने डेंगू के मामले को लेकर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया ''आंकड़ों को गोल करने में लगा योगी सरकार का प्रशासन। अस्पतालों में भर्ती हुए डेंगू के मरीजों को आंकड़ों से गायब कर दिया गया, शर्मनाक। कोविड काल की तरह डेंगू के दौर में भी जनता को गुमराह कर रही सरकार। डेंगू तो नई बीमारी नहीं, सरकार ने क्यों नहीं की तैयारियां? बताए?'' 

इसके पहले शुक्रवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के सामने जब शहर में डेंगू का कहर मचने के आरोपों पर राज्य सरकार ने कहा था कि सब कुछ ठीक है तथा न तो दवाइयों और न ही कहीं बेड की कमी है तब न्यायालय ने अफसोस जताते हुए कहा कि जमीनी हकीकत तो कुछ और ही है। पीठ ने मामले की अगली सुनवाई नौ नवंबर को तय की है। न्यायमूर्ति देवेंद्र कुमार उपाध्याय और न्यायमूर्ति सौरभ श्रीवास्तव की पीठ ने शहर में डेंगू के खतरे को लेकर एक जनहित याचिका पर यह टिप्पणी की। पीठ ने अगली सुनवाई नौ नवंबर को तय की है। 

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Imran