शव के साथ अस्पताल प्रशासन की क्रूरता, वृद्ध पर भी नहीं खाया तरस

punjabkesari.in Sunday, Jul 09, 2017 - 04:46 PM (IST)

बांदाः यूपी में एक बार फिर एम्बुलेंस सेवाओं की कलई खुल गई है। मानवता को शर्मसार कर देने वाला यह वाकया बांदा में घटा है। जहां एक लाश को खुले रिक्शे में रख जीआरपी पुलिस पूरा शहर घुमाती रही। इस दौरान रिक्शे में लाश एसपी आवास, डीआईजी ऑफिस, आवास, कमिश्नर आवास, पुलिस लाइन, कमिश्नरी  व कई वीआईपी इलाकों के सामने से गुजर गई, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान देने की जहमत तक नहीं उठाई।

लाख फोन करने पर भी नहीं पहुंची एंबुलेंस
दरअसल बीती रात करीब 9 बजे रेलवे स्टेशन में अतर्रा से एक वृद्ध की डेड बॉडी आई। जानकारी के मुताबिक मृतक की मौत अतर्रा स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक में गिरकर हुई थी। मृतक की पहचान महोतरा निवासी रामआसरे के रूप में हुई है। जीआरपी पुलिस ने लाश ले जाने के लिए 108 समेत सभी एम्बुलेंस सेवाओं को फोन लगाया, लेकिन कोई भी लाश ले जाने को तैयार न हुआ। जीआरपी सिपाही दिवाकर सिंह ने बताया कि 108 नंबर से भी हमें कोई रिस्पांस नहीं मिला इसलिए शव को रिक्शे में लादकर  पोस्टमार्टम हाउस ले जाना पड़ा है।

शव ले जाने से किया इंकार तो रिक्शा पर लादना पड़ा
वहीं इस दौरान पुलिस की संवेदनहीनता भी सामने आई जब एक खुले रिक्शे में लाश को रख, पीछे एक अन्य रिक्शे में पुलिस वाले बैठ पोस्टमार्टम हॉउस की ओर बॉडी को ले गए। सिपाही ने बताया कि हम रेलवे स्टेशन से शव को लेकर आए है, कोई साधन लाश लादने को तैयार नहीं हो रहा। किसी से जबरदस्ती नहीं कर सकते। एम्बुलेंस वाले कह रहे है कि जिन्दा को लादेंगे।