यूपी के इस जिले में खत्म हुआ बसपा का वजूद! इस दिग्गज नेता ने भी छाेड़ी पार्टी

punjabkesari.in Saturday, Nov 25, 2017 - 07:04 PM (IST)

बाराबंकीः बहुजन समाजवादी पार्टी का सूरज यूपी के एक जिले से फिलहाल के लिए अस्त हो चुका है। क्योंकि यहां से एक के बाद एक कई दिग्गज नेताओं ने मायावती को भुलाकर नई पार्टियों की ओर रूख कर लिया है। दरअसल यह जिला राजधानी से सटा बाराबंकी जिला है, जहां सदर सीट से 3 बार विधायक और यूपी सरकार में 2 बार मंत्री रहे वरिष्ठ बसपा नेता संग्राम सिंह वर्मा ने हाल ही में बीजेपी का दामन थामा है।

वहीं बसपा के सीनियर नेता और प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके कमला प्रसाद रावत ने भी बसपा को अलविदा कहकर समाजवादी पार्टी ज्वाइन की है। अब हालत ये है कि बाराबंकी जिले में बसपा का एक भी नेता ऐसा नहीं बचा है जिसका कोई जनाधार हो।

बसपा के बड़े नेता बीजेपी में शामिल
बता दें बसपा छोड़ने वालों में संग्राम सिंह के साथ उनके भाई व बाराबंकी की सदर सीट से बसपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह वर्मा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्षा शीला सिंह और इनके कई समर्थकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। इसके साथ ही जिला पंचायत सदस्य व पटेल पंचायती इंटर कॉलेज के प्रबंधक जवाहर लाल वर्मा और उद्योग व्यापार मंडल के प्रान्तीय नेता प्रदीप जैन भी भाजपा में शामिल हो गए हैं।

कुर्मी वोटों पर खास पकड़
दरअसल संग्राम सिंह के भाई सुरेंद्र कुमार वर्मा मूल रूप से बाराबंकी के गांव जरमापुर के रहने वाले हैं। सुरेंद्र कुमार वर्मा 2002 में हरख ब्लॉक प्रमुख चुने गए थे और इनकी पत्नी शीला सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं। भाजपा के शासन में संग्राम सिंह कृषि राज्यमंत्री और बसपा शासन में रेशम उद्योग राज्यमंत्री रह चुके हैं। इसका मतलब बीजेपी अब संग्राम सिंह वर्मा के सहारे जिले के कुर्मी मतदाताओं को अपने पक्ष में करेगी।

कमला प्रसाद रावत ने भी छोड़ी बसपा
वहीं 2 बार सासंद, 2 बार विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे कमला प्रसाद रावत ने भी बीते दिनों बहुजन समाज पार्टी छोड़ दी। कमला प्रसाद रावत पूरे परिवार समेत एक बार फिर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। कमला प्रसाद के साथ उनकी पत्नी व पूर्व विधायक धर्मी रावत, पुत्र बधू पूर्व जिला पंचायत सदस्य लवली और पुत्र वेदप्रकाश रावत ने भी सपा की सदस्यता ली। इनके साथ ही नगर पालिका परिषद नवाबगंज के पूर्व चेयरमैन, बहुजन समाज पार्टी से निष्कासित रामनगर विधानसभा प्रत्याशी हफीज भारती और क्षेत्र के दर्जनों ग्राम प्रधान भी सपा में शामिल हो गए।

इतना ही नहीं हफीज भारती की पत्नी नगर पालिका अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ रही थीं लेकिन अब वे समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव मैदान से हट गई हैं। खैर इन बड़े नेताओं के पार्टी छोड़कर बीजेपी और सपा में शामिल हो जाने के बाद जिले में अब बसपा के नेता ना के बराबर ही रह गए हैं।