3 करोड़ का बजट खर्च, नहीं बदल सकी सड़कों की तस्वीर

punjabkesari.in Saturday, Jan 06, 2018 - 04:18 PM (IST)

गाजीपुर(अनिल कुमार): किसी भी क्षेत्र की तकदीर और तस्वीर बदलने के लिए जरूरत होती है सड़क की ताकि लोग अपनी यात्रा कर अपना कार्य कर सकें। सरकार भी विकास को ध्यान में रखते हुए करोड़ों रूपयों की सड़क योजनाएं चलाती है। जिससे गांव को मुख्य मार्गों से जोड़ा जा सके, लेकिन विभाग, ठेकेदार और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से सड़कें आज भी आधी अधूरी पड़ी हैं। 

इसे बनवाने की सुध न तो विभाग ले रहा है और न जिले के जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि। ऐसी स्थिति तब है जब हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी की सड़कों पर एक ट्वीट किया था। अधिकारियों और विभागीय अधिकारियों को सड़कों की गुणवत्ता को लेकर चेतावनी भी दी थी। इसके बावजूद अधिकारी उनकी कितनी सुन रहे हैं वो गाजीपुर की एक सड़क बयान करती है।

3 करोड़ का बजट लेकिन हालत ऐसी
दरअसल ये नन्दगंज से सौरम गांव को जोड़ने वाली सड़क है, जिसकी लम्बाई साढ़े सात किलोमीटर है। इसपर करीब 3 करोड़ का बजट और इस सड़क के बनने की अंतिम तिथि 2 जनवरी 2018 थी। बावजूद यह सड़क आजतक बनना तो दूर इस पर बड़े-बड़े पत्थर डालकर छोड़ दिया गया है। यह सड़क जिसके लिए पिछले साल 3 जनवरी 2017 को प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत करीब 3 करोड़ रूपए स्वीकृत हुए थे। 


बड़े-बड़े पत्थर डालकर छोड़ दिया
इस सड़क पर आने जाने वाले लोगों को उस वक्त एक आस जगी कि अब उन्हे गड्ढे से भरी सड़क से मुक्ति मिल जाएगी। लेकिन हुआ इसके उल्टा। इस सड़क पर निर्माण कराने वाले ठेकेदार ने शुरू में करीब 100 मीटर की सड़क बनाई। वो भी घटिया किस्म की, जिसके बाद पूरी सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर डालकर छोड़ दिया गया।

प्रशासन के खिलाफ कर रहे नारेबाजी 
इस पत्थर की वजह से आए दिन बच्चे बड़े और बुजुर्ग के साथ ही साइकिल और मोटकसाइकिल सवार गिरकर चोटिल होते रहते हैं। ऐसा भी नहीं कि इस सड़क के लिए स्थानीय लोगों ने आवाज नहीं उठाई। इन लोगों ने कई बार तहसील दिवस और जनता दर्शन में जिलाधिकारी को इस सड़क के निर्माण के लिए पत्र सौंपा। लेकिन आजतक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद अब ग्रामीण आन्दोलन करने का विचार बनाकर  प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन कर रहे हैं। 

31 मार्च तक सड़क निर्माण करने का दिया अश्वासन
जब इस मामले पर प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधिशासी अभियंता सुनील सागर से जानकारी चाही गई तो उनका कहना है कि प्रदेश में खनन पर रोक लगने की वजह से इस सड़क के निर्माण में देरी हुई है। साथ ही साथ जीएसटी का भी कहीं न कहीं प्रभाव पड़ा है। हम 31 मार्च तक इस सड़क के निर्माण को पूर्ण कर लेंगे।