बजट सत्र 2 दिनः बाढ़ के मुद्दे पर कांग्रेस ने सदन से क‍िया वाकआउट, योगी बोले- हर ज‍िले पर है हमारी नजर

punjabkesari.in Wednesday, Jul 12, 2017 - 03:16 PM (IST)

लखनऊः यूपी विधानसभा बजट सत्र के दूसरे दिन भी योगी सरकार पर विपक्ष दलों का हमला जारी रहा। कल की ही तरह आज भी सदन की शुरूआत में ही विपक्ष ने सरकार पर धावा बोल दिया। कार्यवाही के दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में आई बाढ़ के मुद्दे पर कांग्रेस ने सदन से वाकआउट कर दिया। वहीं बाढ़ पर बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ की समस्या पहली बार नहीं आई है। इस साल बारिश भी बहुत हुई है, इसलिए कुछ जिलों में बाढ़ के हालात ज्यादा गंभीर हैं। लेकिन हमने बाढ़ पर नियंत्रण के लिए हर जिले में कंट्रोल रूम बनाया है। बाढ़ से प्रभावित हर जिले पर हमारी नजर है।

योगी सरकार जनता के साथ धोखा कर रहीः कांग्रेस
सदन में कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि बाढ़ के मुद्दे पर हम जवाब चाहते थे, लेकिन सरकार असंवेदनशील है। सरकार के जवाब से हम संतुष्ट नहीं हैं। जनता बाढ़ से परेशान है। महाराजगंज, कुशीनगर, बहराइच, गोंडा, लखीमपुर जैसी जगहों पर जनता बंधे पर रहने को मजबूर है। हमने पिछली बार ही सरकार को सचेत किया था, लेकिन सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। बाढ़ को लेकर सरकार जनता के साथ धोखा कर रही है।

जहरीली शराब का भी मामला उठा
सदन में आजमगढ़ में जहरीली शराब से हुई मौतों का भी मामला सपा विधायक दुर्गा प्रसाद यादव ने उठाया। इस पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सरकार घटना में न कोई टालमटोल करना चाहती है, न ही किसी दोषी को छोड़ना चाहती है। 3 लोगों के घरवालों ने लिखकर दिया है कि उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई है।

सरकार ने किया मुआवजे का एेलान
सरकार के एक मंत्री आजमगढ़ जाएंगे। 3 पुलिसवालों को निलंबित किया जाएगा। आबकारी विभाग के कर्मचारी को भी सस्पेंड किया गया है। मृतक परिवारों को 2 लाख का मुआवजा भी दिया जाएगा।

इसके बाद बसपा के सुखदेव राजभर ने कहा कि सरकार मृतकों की संख्या छिपा रही है। हमारी मांग है कि संसदीय समिति के 5 सदस्यों की कमेटी बनाई जाए या फिर सीनियर अफसर से जांच कराई जाए, क्योंकि अधिकारी शासन को गलत सूचना दे रहे हैं। इस पर सुरेश खन्ना ने कहा कि जांच पहले से ही एडीएम स्तर का अधिकारी कर रहा है। सरकार भी कोई घटना छिपाना नहीं चाहती है। उधर कांग्रेस के अजय कुमार लल्लू ने मांग की कि प्रदेश में शराब बंद की जाए।