बजट सत्र: विपक्ष के जोरदार हंगामे बीच UP विधानसभा की कार्यवाही कल 11 बजे तक स्थगित

punjabkesari.in Thursday, Feb 18, 2021 - 01:38 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र से एक दिन पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का अभिभाषण शुरू होते ही सपा विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा बढ़ता देख सदन की कार्यवाही कल 11 बजे तक स्थगित कर दी गई है। इससे पहले राज्यपाल ने अभिभाषण में सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने शानदार काम किया है। अभिभाषण के साथ ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो गई।

बजट सत्र के दौरान जोरदार हंगामा देखने को मिला। सत्र की शुरूआत में बड़ी बात ये रही कि सदन में राज्यपाल का अभिभाषण देर से शुरू हुआ। सभी विपक्ष की पार्टियां इसको मुद्दा भी बना रही है। राज्यपाल का 11 बजे अभिभाषण शुरू होना था। जबकि 11.05 पर राष्ट्रगान और 11.07 पर अभिभाषण शुरू हुआ।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने शानदार काम किया है। राज्यपाल ने कहा, "कोरोना महामारी ने पूरे विश्व को प्रभावित किया है। हमारा देश व प्रदेश भी महामारी की चपेट में आया।

किंतु पीएम मोदी के मार्गदर्शन में यूपी सरकार ने कोरोना संकट काल में दृढ़ इच्छा शक्ति, परिपक्वता, संवेदनशीलता के साथ कोरोना संक्रमण को प्रभावित होने से सफलता हासिल की है जिसकी सराहना पीएम मोदी व WHO भी कर चुका है।


उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना जांच के लिए सार्वजनिक क्षेत्र में 125 लैब और निजी क्षेत्र में 104 लैब क्रियाशील हैं। कोविड जांच की क्षमता को शून्य से 2 लाख प्रतिदिन पहुंचाने, कोरोना मरीजों के लिए डेढ़ लाख से अधिक बेड और हर जिले में आईसीयू की स्थापना, हेल्थ सेक्टर को सुदृढ़ बनाने और कोरोना प्रबंध में सरकार ने जो काम किया है उसकी राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना की गई है।


बता दें कि राज्यपाल के देर से अभिभाषण को विपक्ष मुद्दा बना रहा है। बसपा विधानमंडल दल के नेता लाल जी वर्मा ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण सरकार के वक्तव्यों का पुलिंदा होता है इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ राज्यपाल सरकार से असहमत थी इसलिए देर से आई, सरकार किसानों को बिचौलियों के हाथ मे बांधने के काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को रोजगारों नहीं मिला, जब से भाजपा की सरकार बनी है पूरे प्रदेश में महिलाओं से बलात्कार और हत्या हो रही है। 

वहीं नेता प्रतिपक्ष सपा के रामगोविंद चौधरी ने कहा कि राज्यपाल अभिभाषण नहीं पढ़ना चाहती थी इसलिए वह देर से आईं महिलाओं पर अत्याचार बढ़ा उनको मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष ने मनाया तो वह 7-8 मिनट लेट आई है, पत्रकारों को जो यहां से हटाया गया है। उसकी भी निंदा हम करते है, हमने पांच मिनट अभिभाषण का विरोध करते हुए पूरे अभिभाषण का बहिष्कार किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्नाव की घटना से बड़ी घटना हो ही नहीं सकती, जब उच्च न्यायालय ने इस मामले पर सरकार को कठघरे में खड़ा किया है, ऐसी घटनाएं लगातार हो रही है , जिसके कारण सरकार अब प्रेस को बैन कर रही है।

वहीं कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता अराधना मिश्रा मोना ने कहा कि सरकार संवेदनहीन है, सरकार को उत्तर प्रदेश की बेटियों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने अभिभाषण का विरोध किया है और वॉक आउट किया है। आज तक कभी नही हुआ कि राज्यपाल का अभिभाषण 5 मिनट देर से शुरू हुआ, जब अभिभाषण ही देर से शुरू हुआ तो सरकार कैसे काम कर रही है यह पता चलता है।

 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj