बुलंदशहर: अब कोरोना वायरस से लड़ेगा को-बोट नाम का रोबोट!

punjabkesari.in Thursday, Apr 23, 2020 - 12:40 PM (IST)

बुलंदशहरः देश इस वक्त कोविड-19 जैसी गंभीर महामारी से गुजर रहा है, भारत लॉकडाउन है और सभी से कोरोना संक्रमित लोगों समेत एक दूसरे से दूरी बनाकर रखने की अपील की जा रही है। वहीं अब खुर्जा अस्पताल में मरीजों व डॉक्टरों का ख्याल एक रोबॉट के माध्यम से रखा जाएगा। खुर्जा के जटिया अस्पताल को L1 घोषित किया गया। उसके बाद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज किया रहा है।

बुलंदशहर डीएम के आदेश पर गुरुवार एक और L1 अस्पताल को एक रोबॉट भेंट किया गया है। इससे पहले भी खुर्जा सीएचसी में हाथों को सेनिटाइज करने के लिए एक रोबोट की मदद ली जा रही है। इस तीसरे रोबोट को को-बोट नाम दिया गया। जो खुद में एक कारगर मशीन है। कोबोट को डीएम के आदेश पर कोविड-19 में सहायता के लिए खुर्जा हाॅस्पिटल में इस्तेमाल के लिए दिया गया है।

रोबोट की खूबियां
इस कोबोट के द्वारा कोरोना संक्रमण के मरीज़ों को वार्ड में खाना और दवा दिए जाने के लिए प्रयोग में लाया जायेगा, जिससे संक्रमित मरीज़ से डॉक्टर और स्टाफ के लोगों का कम से कम सम्पर्क हो सके। इस रोबोट में कई खूबियां है, इसकी रेंज करीब 1 किलोमीटर के एरिया को कवर करती है, इसमें एक डिवाइस लगाई गई है जो wi-fi नेटवर्क के माध्यम से मोबाइल को कनेक्ट करता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए मोबाइल में एक एप्लीकेशन इनस्टॉल करनी होती है। कैमरे की मदद से डायरेक्शन देख कर मरीजों तक खाना और दवा पहुंचाई जा सकती है। इसका फायदा ये है कि अस्पताल में भर्ती कोरोना के मरीज़ों की देखभाल बिना उनके सम्पर्क में आये की जा सकती है। इस रोबोट में करीब 75 हज़ार रुपए की लागत आई है।

खुर्जा उपजिलाधिकारी ईशा प्रिया की मौजूदगी में भेजा गया रोबोट
मौके पर मौजूद खुर्जा उपजिलाधिकारी ईशा प्रिया और खुर्जा सीएमएस पीतम सिंह ने इस कोबोट नाम के रोबोट का ट्रायल कर अस्पताल में दाखिल किया। बुलंदशहर नगर निवासी और नोएडा की अलग-अलग यूनिवर्सिटी-कॉलेज में पढ़ने वाले निशांत शर्मा और अतुल कुमार ने मिलकर ये कोबोट तैयार किया है। जबकि इन दोनों छात्रों द्वारा बनाया गया ये तीसरा रोबोट है, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार आदेश पर इसे खुर्जा के जटिया अस्पताल में इस्तेमाल करने के लिये दिया गया है। जो कोरोना वायरस से लड़ने वाले योद्धा डॉक्टरों को भेंट किया गया है। इससे पहले भी हाथों को सेनिटाइज़ करने वाला एक रोबोट खुर्जा अस्पताल में भेंट किया गया है, जो काफी फायदेमंद साबित हुआ है।

Tamanna Bhardwaj