योगी-अखिलेश में चला 'जुबानी बुलडोजर', सीएम ने कहा- बुलडोजर चलाने के लिए हिम्मत...अखिलेश ने भी दिया जवाब
punjabkesari.in Wednesday, Sep 04, 2024 - 02:26 PM (IST)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश बुलडोजर को लेकर सियासी जंग छिड़ी हुई है। दरअसल आज सुबह से ही मुख्यमंत्री योगी और अखिलेश यादव के बीच वार-पलटवार का सिलसिला जारी है। अखिलेश ने कहा था '2027 में बुलडोजर का रुख गोरखपुर की तरफ होगा' इसका जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा कि 'बुलडोजर चलाने के लिए दिमान होना चाहिए' अब इसका अखिलेश यादव ने फिर जावब देते हिए कहा है कि बुलडोजर के पास कोई दिमाग नहीं होता है।
अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरते हुए कहा है कि बुलडोजर में दिमाग नहीं होता है, यूपी की जनता 2027 में बुलडोजर का स्टेयरिंग बदल देगी। बुलडोजर चलाना असंवैधानिक है, क्या सरकार एक्शन पर माफी मांगेगी? इसके साथ ही अखिलेश ने कहा है कि प्रदेश में जाति धर्म देखकर FIR दर्ज की जाती है। चुनाव के बाद से भाजपा की नींद उड़ी हुई है।
जानिए कैसे चलना शुरू हुई 'जुबानी बुलडोजर'
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वर्ष 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही पूरे प्रदेश के बुलडोजरों का रुख गोरखपुर की तरफ होगा। वे मंगलवार को प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर गोरखपुर के पार्टी संगठन के कामकाज की समीक्षा कर रहे थे। वहां के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार में निर्दोष लोगों को सताया जा रहा है। किसान परेशान हैं। नौजवानों का भविष्य अंधकारमय है।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि लोकसभा चुनाव में जिन बूथों पर सपा की हार हुई है, वहां कार्यकर्ता पार्टी को मजबूत करने का काम करें। उस बूथ पर जिस समाज के ज्यादा लोग रहते हैं, वहां सपा के प्रमुख पदाधिकारियों व नेताओं को लेकर जाएं। अखिलेश ने कहा कि राज्य की जनता समाजवादी सरकार के समय हुए विकास से परिचित है। जबसे भाजपा की सरकार सत्ता में आई है, प्रदेश हर स्तर पर पिछड़ता चला गया है। जनता महंगाई, भ्रष्टाचार से त्रस्त है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा की राजनीति को निष्प्रभावी बनाने में पीडीए एक सशक्त भरोसा साबित हुआ है। संविधान और आरक्षण के मुद्दे को और धार देना है। सामाजिक न्याय के लिए जातीय जनगणना का होना आवश्यक है। समाजवादी पार्टी इन्हीं मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रही है।
अखिलेश के बयान पर सीएम योगी का पलटवार
लखनऊ में तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तो अखिलेश को जबाव देते कह दिया है कि बुलडोजर सबके हाथ में फिट नहीं बैठता हैं। जो दंगाइयों के सामने नाक रगड़ते थे वो क्या बुलडोजर चलाएंगे। बुलडोजर को चलाने के लिए तो हिम्मत चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कुछ लोगों को सपना देखने का आदत होती है, प्रदेश में 2017 के पहले लूट मची हुई थी। चाचा और भतीचा वसूली करने का काम करते थे।