बिना नोटिस के चला बुलडोजर: दर्जन भर घरों को किया गया ध्वस्त, टूटता हुआ आशियाना देखकर चीख रहा था परिवार
punjabkesari.in Saturday, Sep 28, 2024 - 05:35 PM (IST)
फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में एक फिर योगी सरकार का बुलडोजर गरीबों का आशियाना छीन लिया है। आरोप है कि बिना किसी नोटिस के बुलडोजर लेकर आएं और अधिकारी बोलने लगे कि मकान खाली करो घर गिराना है। जिसके बाद करीब दर्जन भर लोगों के मकान को गिराया गया है।
मामला जिले के थाना नवाबगंज क्षेत्र के उखरा गांव का है। यहां पर ग्रामसभा की जमान पर लगभग दर्जनों घर बने हुए थे जिनमें सभी गरीब परिवार ही रहता था। शनिवार को प्रशासन अचानक आती है और घर खाली करने के लिए 1 घंटे का समय देती है।
फर्रुखाबाद
— Punjab Kesari-UP/UK (@UPkesari) September 28, 2024
जिले में फिर एक बार बुलडोजर गरजा
बुलडोजर ने करीब एक दर्जन से अधिक मकानों को किया धराशाई
बुलडोजर के पहुंचने से ग्रामीणों में मची अफरातफरी
एसडीएम ,तहसीलदार कई थानों के फोर्स के साथ पहुंचे @fatehgarhpolice @DMFarrukhabadUP #bulldozer pic.twitter.com/MCoHSC6Z25
प्रशासन और सभी परिवारों से बहस होती है और अंतत: थक हार कर सभी परिवार वालों को पीछे हटना पड़ता है। जिसके बाद प्रशासन एक बाद एक कर के सभी घरों पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर देती है। एक तरफ गरीबों के घर पर बुलडोजर चल रहा था दूसरी तरफ परिवार वाले अपने बच्चों के साथ सड़क पर बैठकर रो रहे थे।
पिंकी नाम की एक महिला ने बताया है कि प्रशासन के द्वारा कोई नोटिस नहीं दिया गया। उसने आरोप लगाया कि अगर सरकारी जमीन थी तो 20 साल पहले कहा थी सरकार जब हमने घर बनाने के लिए ईट रखा था। घर के आगे सरकारी हैंडपंप क्यों लगा। घरों का पानी निकलने के लिए नाला क्यों बनाया गया। उसने बताया कि उसके पास एक भी जमीन नहीं है वह अपने बच्चों को लेकर कहा जाएगी।
पिंकी इनके भी घर पर चला बुलडोजर, 20 साल पहले बनाया था घर
पीड़ित परिवार से एक और युवक अभिषेक कुमार ने बताया कि उस जमीन पर उसका मकान पिछले 50 साल से बना हुआ था। जिसमें वह अपने पूरे परिवार के साथ रहता था, लेकिन आज बना किसी नोटिस के फोर्स के साथ उसके मकान को गिरा दिया गया।
अभिषेक कुमार, 50 साल से रह रहा था इनका परिवार
बता दें कि एसडीएम ,तहसीलदार कई थानों के फोर्स के साथ पहुंचे थे और बिना नोटिस के ही 50 साल रह रहे परिवारों के घर पर बुलडोजर चलवा दिए। वहीं, परिवार इस बात से दुखी है कि कम से कम खाली कराने से पहले कोई लीगल नोटिस तो मिला तो अचानक खाली कराने और घर तोड़ने का क्या मतलब है।