बुलेटप्रूफ जैकेट को मात दे गई गोली, पर्स ने कांस्टेबल को दिया नया जीवन
punjabkesari.in Sunday, Dec 22, 2019 - 01:46 PM (IST)
फिरोजाबाद: ‘जाको राखे साइयां मार सके न कोय’ यह कहावत कांस्टेबल विजेंद्र कुमार के लिए एकदम सटीक बैठती है। शुक्रवार को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जनपद फिरोजाबाद में हिंसक प्रदर्शन हुआ था। इस दौरान एसएसपी सचिन पटेल के हमराह कांस्टेबल विजेंद्र कुमार को नया जीवन मिला। यह नया जीवन उन्हें उनकी पर्स ने दिया है।
बता दें कि अधिकतर लोग पर्स पैंट के पीछे वाली जेब में रखते हैं, लेकिन कांस्टेबल ने उस दिन ऊपर सीने के पास वर्दी की जेब में रखा हुआ था। गोली बुलेटप्रूफ जैकेट को चीरते हुए सिक्कों से भरे पर्स में जाकर धंस गई। बवाल शांत होने के 15 घंटे बाद जब कांस्टेबल ने वर्दी उतारी तो जेब में छेद देखकर उसके होश उड़ गए। कांस्टेबल ने शनिवार को इसकी जानकारी एसएसपी और डीएम को दी।
एसएसपी सचिन पटेल के हमराह कांस्टेबल विजेंद्र ने कहा कि "मुझे लग रहा है कि यह मेरी दूसरी जिंदगी है।" उन्होंने बताया कि शुक्रवार को फिरोजाबाद में थाना दक्षिण इलाके में नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शनकारी आगजनी कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो पथराव किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी व पुलिस आमने सामने आ गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर फायरिंग भी की। घटना की जानकारी पर एसएसपी के साथ मैं भी मौके पर पहुंचा। यहां पुलिसवालों को बुलेटप्रूफ जैकेट दी गई। विजेंद्र ने कहा कि मुझे लगता है तभी एक गोली मुझे लगी। क्योंकि, हंगामा, बवाल और भागदौड़ में उस वक्त कुछ समझ ही नहीं आया।
अब तक हिंसा में 3 लोगों की मौत
फिरोजाबाद में हुए हिंसक प्रदर्शन में अब तक 3 मौतें हो चुकी है। वहीं शनिवार रात को इलाज के दौरान अरमान पुत्र यामीन ने दम तोड़ दिया जबकि, 4 की हालत अभी नाजुक है। इनमें एक घायल को दिल्ली रेफर किया गया है।
संवेदनशील इलाकों में फ्लैगमार्च
शनिवार को भी फिरोजाबाद में हिंसक प्रदर्शन हुआ। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पांच बाइकों को आग के हवाले कर दिया। एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को खदेड़कर स्थिति पर काबू पाया। वहीं एडीजी अजय आनंद, आईजी ए. सतीश गणेश, एसएसपी सचिन पटेल ने संवेदनशील इलाकों में फ्लैगमार्च किया।