बुंदेलखंडः सूखे से जूझ रहे महोबा में जल संकट से मिलेगा जल्द निजात, खेत तालाब योजना की हुई शुरूआत

punjabkesari.in Thursday, May 27, 2021 - 04:54 PM (IST)

महोबाः सूखे से जूझ रहे बुंदेलखंड के महोबा जिले में जल संकट की समस्या से निजात दिलाने एवं जल संरक्षण के लिए खेत तालाब योजना की शुरुआत की गई। इस योजना के तहत महोबा जिले में दो माह के अन्दर 2700 तालाब खोदने का लक्ष्य लिया हैं। योजना को धरातल में लाते हुए जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने जनप्रतिनिधियों के साथ सूपा ग्राम में तालाब खुदाई का काम शुरू कर दिया है। इस योजना के अंतर्गत किसान अपने खेत में तालाब खोदवा सकते हैं। इसके लिए सरकार मनरेगा योजना से 100 फीसद अनुदान दे रही है। इन तालाबों में वर्षा का जल संरक्षित होगा और इससे खेतों की सिचाई भी हो सकेगी।

जल संकट से जूझ रहे महोबा जिले में सरकार द्वारा बृहदरूप से जल संरक्षण अभियान का आज शुभारंभ चरखारी विकास खंड के सूपा गांव से प्रारंभ होगया। जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने फावड़ा चलाकर खेत तालाब योजना का शुभारंभ किया इस दौरान उन्होंने ज्यादा से ज़्यादा लोगों को अपने अपने खेतों में तालाब बनाने के लिये प्रेरित किया जिससे उन्हें सिंचाई के दौरान कोई परेशानी न उठानी पड़े।

जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने बताया कि इस योजना के तहत हर गांव मे 10-10 तालाब खोदने की योजना है और दो माह के निर्धारित समय मे पूरे जिले में 2700 तालाब खोदने का लक्ष्य रखा है। खेत तालाब योजना के अंतर्गत तैयार तालाबों में वर्षा का जल संरक्षित हो जाता है। इससे भूजल स्तर ठीक रहता है तथा फसलों को भी लाभ पहुंचता है। साथ ही जब सिचाई करनी होती है तो पानी खोजना नहीं पड़ता। समय से फसलों की सिचाई हो जाती है। फसलों की सिचाई के अलावा इससे और भी कई फायदे हैं। तालाब में मत्स्य पालन भी किया जा सकता है। सिघाड़ा की खेती कर किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं। ऐसे में यह तालाब किसानों की खेतों को पानी देने के साथ आय संवर्धन का भी काम करते हैं।

Content Writer

Tamanna Bhardwaj