प्रेम-प्रसंग को लेकर अजीब उलझन में फंसी यूपी पुलिस

punjabkesari.in Monday, May 16, 2016 - 07:11 PM (IST)

बुलंदशहर(इकबाल सैफी): समलैंगिकों को सुप्रीमकोर्ट ने समान अधिकार दिए हैं। बुलंदशहर में दो लड़कों ने इन्हीं अधिकारों का इस्तेमाल करके घरवालों की मर्जी के बगैर शादी कर ली। मंजूर और फरीद 3 साल तक लिव-इन रिलेशनशिप में रहे और इसके बाद फरीद अपना लिंग परिवर्तन करवाकर सुहानी बन गया। अब मंजूर को सुहानी के साथ जिंदगी बिताना मंजूर नहीं रहा और वह बेवफा होकर भाग गया। इस मामले को लेकर पुलिस भी उलझन में फंस गई है कि आखिर सुहानी को वह लड़की माने या लड़का। 
 
क्या है मामला?
बुलंदशहर के अगवाल गांव का निवासी फरीद शक्ल-सूरत से लड़की जैसा दिखता था। उसके शौक उसके कपड़े सब कुछ लड़की जैसे थे। नाचना-गाना सीखकर उसने रंगशालाओं और डी.जे. पार्टियों में डांसर का पेशा अपना लिया। खुर्जा सिटी में रहकर वह इस रोजगार से अपने परिवार के लिए रोटी कमाता था। लेकिन 3 साल पहले मंजूर नाम के एक युवक के इश्क में वह ऐसा उलझा कि उसकी जिंदगी नासूर बन गई। मंजूर और फरीद पहले इश्क करते थे और फिर दोनों ने लिव-इन रिलेशनशिप में रहते हुए शादी भी कर ली।
 
लड़की बनने की फरमाईश  
शादी के कई महीनों बाद मंजूर ने फरीद से लड़की बनने की फरमाईश कर दी। अपनी मेहनत से कमाए गए रूपयों से फरीद ने मंजूर के लिए यह भी किया। दिल्ली के ऑलमेक्स हास्पीटल में ढाई महीने पहले फरीद ने अपना लिंग परिवर्तन करवा लिया और फरीद से सुहानी बन गया। इसके बावजूद भी मंजूर का व्यवहार नहीं बदला। उसने सुहानी का डेढ़ लाख रूपया और लाखों के सोने के जेवर हड़प लिए और सुहानी को बीमारी की हालत में छोड़कर भाग गया। काफी तलाश के बाद भी सुहानी की मंजूर से मुलाकात न हो सकी। मंजूर के घरवाले भी सुहानी को अपने साथ रखने को तैयार नहीं हैं। इसलिए सुहानी अब पुलिस की चौखट पर इंसाफ मांगने पहुंची है।
 
पुलिस सुहानी को लड़की माने या लड़का
एस.एस.पी. से गुहार के बाद सुहानी की तहरीर पर मंजूर के खिलाफ मारपीट, अंग-भंग करना और चोरी करने का मुकद्दमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस के सामने सवाल यह है कि वह सुहानी को लड़की माने या लड़का। सुहानी ने अभी मंजूर पर जिस्मानी उत्पीडऩ के आरोप नहीं लगाए हैं। पुलिस का कहना है कि अगर तफ्तीश में यह तथ्य पाए गए तो सुहानी को लड़की होने के मेडीकल प्रमाण पुलिस को देने होंगे।