रामपुर में उपचुनाव का मुकाबला होगा दिलचस्प
punjabkesari.in Wednesday, Sep 25, 2019 - 02:02 PM (IST)
रामपुरः उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 11 सीटों पर आगामी 21 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव में रामपुर सीट पर जबरदस्त मुकाबला देखने को मिलेगा। रामपुर सीट पर समाजवादी पार्टी के आजम खान का दबदबा रहा है और वो 9 बार इस सीट से जीत चुके हैं, लेकिन जौहर विश्वविद्यालय की जमीन पर कब्जे से लेकर बिजली चोरी और बकरी चोरी जैसे 80 मुकदमों में फंसे आजम की मुश्किल कम नहीं हो रही है। हालांकि, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बुधवार को 29 मुकदमें में गिरफ्तार नहीं करने का आदेश दिया है।
दलित मुसलमान गठजोड़ पर है BSP की नजर
बता दें कि, रामपुर सीट से बसपा और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। बसपा ने आबकारी विभाग के पूर्व अधिकारी जुबेर मसूद खान को प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने अरशद अली खान को मैदान में उतारा है। बसपा की नजर दलित मुसलमान गठजोड़ पर है। रामपुर में 50 प्रतिशत से अधिक मुसलमान मतदाता हैं। दिलचस्प है कि परम्परागत रूप से इस सीट पर कब्जा करने वाली सपा ने अभी तक प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है, जबकि 30 सितंबर नामांकन की आखिरी तारीख है।
आजम की पुत्रवधू को प्रत्याशी बनाने की वकालत
कुछ दिन पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और पूर्व सांसद डिंपल यादव का नाम उम्मीदवार के तौर पर चर्चा में आया था, लेकिन सपा अध्यक्ष के 3 दिवसीय रामपुर दौरे में पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से दिखाई गई उदासीनता के कारण संभवत अखिलेश यादव ने अपने पैर पीछे खींच लिए। वहीं सपा का एक तबका आजम खान की पुत्रवधू को प्रत्याशी बनाने की पुरजोर वकालत कर रहा है।
BJP की ओर अल्पसंख्यक को प्रत्याशी बनाने की चर्चा
इस बीच, बीजेपी की ओर से भी किसी अल्पसंख्यक को उम्मीदवार बनाने की चर्चा है। यह माना जा रहा है कि सपा का प्रत्याशी भी कोई अल्पसंख्यक ही होगा। बीजेपी ने किसी सीट पर अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है। पार्टी हमीरपुर सीट का परिणाम 27 सितंबर को आने के बाद प्रत्याशी के नाम की घोषणा करेगी।