उपचुनाव: BJP के लिये कृषि कानूनों की परीक्षा होगी नौगावां सादात सीट पर जीतना

punjabkesari.in Friday, Oct 23, 2020 - 06:45 PM (IST)

अमरोहाः देश में कृषि कानून लागू होने के बाद किसान बाहुल्य उत्तर प्रदेश के नौगावां सादात विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जीत हासिल करना भारतीय जनता पार्टी के लिये सबसे बड़ी चुनौती मानी जा रही है। नौगावां सादात सीट पूरी तरह किसान बाहुल्य सीट मानी जाती है। नेशनल हाईवे स्थित रजबपुर बड़े राष्ट्रव्यापी किसान आंदोलनों का केन्द्र बिंदु रहा है। यहां किसानों ने लंबे समय तक कृषि और किसानों के हित में संघर्ष के दौरान शहादत भी दी है।

बता दें कि आज भी भाकियू और उससे निकले तमाम संगठन समय-समय पर रजबपुर को ही केन्द्र मानकर आंदोलनों को जिंदा रखे हुए हैं। इनमें गुर्जर-जाट, मुस्लिम, सैनी, शर्मा, यादव, चौहान आदि सभी वर्गों के किसान शामिल हैं। पिछली बार यहां का चुनाव साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण का रुप ले गया था। जिसका लाभ सीधा भाजपा उम्मीदवार चेतन चौहान को मिला था। भाजपा ने कृषि प्रधान इस सीट पर पहले ही इन कानूनों के लाभ गिनाने शुरु कर दिए हैं। कांग्रेस केन्द्र के नये कृषि कानूनों को मुख्य मुद्दा बनाकर मैदान में है। वहीं भाजपा भी उन्हीं को लेकर आक्रामक है।

किसान नेता के रूप में भाजपा के दो स्टार प्रचारक कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र चौधरी तथा लक्ष्मीनारायण चौधरी ने कमान संभाली है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा के चेतन चौहान करीब 21 हजार मतों से जीते थे। उनका पिछले दिनों कोरोना से निधन हो गया। उनके स्थान पर भाजपा ने उनकी पत्नी संगीता चौहान को मैदान में उतारा है। बदली हुई परिस्थितियों में चेतन चौहान की सीट बचाये रखना भाजपा के लिए बड़ी चुनौती होगी। पिछली बार नंबर दो पर रहे सपा उम्मीदवार जावेद अब्बास(मौलाना आब्दी) फिर से मैदान में हैं। इस बार उन्हें रालोद और रालोद प्रत्याशी रहे पूर्व विधायक अश्फाक खां का भी समर्थन हासिल है जिसे वे अपनी मजबूती मान रहे हैं।

Moulshree Tripathi